शिमला, 19 मई (भाषा) यहां आयोजित नवोदय विद्यालय समिति (एनवीएस) की भर्ती परीक्षा के दौरान नकल करने के आरोप में पुलिस ने तीन दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। कई अभ्यर्थियों को संदिग्ध इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के साथ पकड़ा गया। पुलिस ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि रविवार को हुई कथित नकल की घटना की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के एक अधिकारी की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।
पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि अभ्यर्थियों ने परीक्षा पास करने के लिए नकल में मदद करने वाले अज्ञात लोगों को कथित तौर पर 4-12 लाख रुपये दिए थे। उन्होंने बताया कि इसमें किसी पेशेवर गिरोह की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने बताया कि कई अभ्यर्थी (इनमें से ज्यादातर हरियाणा से) ‘ब्लूटूथ’ उपकरण और ‘ईयरपीस’ (मोबाइल से बातचीत करने के लिये कान में लगाया जाने वाला छोटा उपकरण) के साथ पकड़े गए, जबकि एक अन्य व्यक्ति को हिमाचल प्रदेश के शिमला में एक अभ्यर्थी की जगह परीक्षा में बैठने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
देशभर में 1377 गैर-शिक्षण पदों को भरने के लिये एनवीएस परीक्षा आयोजित की जा रही है।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में दो परीक्षा केंद्रों पर भी इसी तरह की नकल की घटना हुई है, जहां 17 अभ्यर्थियों को संदिग्ध इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ पकड़ा गया है।
पुलिस के अनुसार, न्यू शिमला परीक्षा केंद्र पर निरीक्षकों को तब संदेह हुआ, जब एक अभ्यर्थी बार-बार शौचालय जा रहा था और बाद में जांच करने पर उसके पास से एक छोटा ‘ईयरपीस’ और एक ‘ब्लूटूथ’ उपकरण बरामद हुआ।
निरीक्षकों ने केंद्र पर मौजूद अन्य अभ्यर्थियों की भी जांच की, जिसमें कुछ अन्य अभ्यर्थियों के पास से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद हुए। करीब 40 अभ्यर्थियों को ‘ब्लूटूथ’ उपकरण और ‘ईयरपीस’ के साथ पकड़ा गया।
इस बीच, शिमला में एक व्यक्ति को दूसरे अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देते हुए गिरफ्तार किया गया।
हरियाणा निवासी संदीप कुमार को निरीक्षक ने तब पकड़ा, जब अभ्यर्थी अजय कुमार के दस्तावेजों पर मौजूद हस्ताक्षर और फोटो में अंतर पाया गया। पुलिस ने तीन दर्जन से अधिक अभ्यर्थियों के खिलाफ प्रासंगिक धाराओं के तहत कुल पांच प्राथमिकी दर्ज की हैं।
भाषा रंजन दिलीप
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