अयोध्या (उप्र): कर्नाटक में शैक्षणिक संस्थानों में छात्राओं के हिजाब पहनने को लेकर उपजे विवाद के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शाखा ‘मुस्लिम राष्ट्रीय मंच’ (एमआरएम) ने बुर्का पहनी उस लड़की का समर्थन किया है, जिसे कर्नाटक के एक कॉलेज में ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते हुए युवकों ने घेरने का प्रयास किया था. एमआरएम का कहना है कि ‘पर्दा’ भारतीय परंपरा का हिस्सा है.
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में बुर्का पहनी बीबी मुस्कान खान नाम की छात्रा भगवा स्कार्फ पहने युवाओं द्वारा उसे परेशान करने के दौरान उनका विरोध करती नजर आ रही है.
एमआरएम के प्रांत संचालक (अवध) अनिल सिंह ने कहा, ‘वह (खान) हमारे समुदाय की बेटी और बहन है, हम इस संकट के समय में उसके साथ खड़े हैं.’
एक बयान में सिंह ने कहा कि हिंदू संस्कृति महिलाओं का सम्मान करना सिखाती है. उन्होंने कहा कि ”जय श्री राम” का नारा लगाकर लड़की को ‘आतंकित’ करने वाले गलत थे.
बयान में कहा गया कि देश का संविधान लड़की को हिजाब पहनने का अधिकार देता है. इसमें कहा गया कि अगर लड़की ने अपने शैक्षणिक संस्थान के ड्रेस कोड का उल्लंघन किया, केवल तभी उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.
सिंह ने कहा कि युवकों के समूह द्वारा ”जय श्री राम” का नारा लगाकर लड़की को परेशान किया जाना, अस्वीकार्य है. उन्होंने कहा कि ऐसी गतिविधियां हिंदुत्व के खिलाफ है.
उन्होंने कहा, ‘हमारे सर संघचालक का कहना है कि मुस्लिम हमारे भाई हैं और दोनों समुदायों का डीएनए एक समान है. इसलिए, मैं हिंदू समुदाय के सभी लोगों से अपील करता हूं कि वे मुस्लिमों को अपने भाई-बहन की तरह स्वीकार करें.’
भाषा शफीक दिलीप
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