शिमला, 25 अगस्त (भाषा) हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश के कारण 12 में से पांच जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं, जबकि दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 484 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं।
शिमला मौसम कार्यालय ने 30 अगस्त तक राज्य के दो से सात जिलों के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश का ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है।
अधिकारियों ने बताया कि ‘येलो अलर्ट’ के मद्देनजर बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी, ऊना और सोलन जिलों में आवासीय संस्थानों को छोड़कर सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं।
हमीरपुर और ऊना जिलों में रविवार देर रात आदेश जारी किए गए। बिलासपुर, मंडी और सोलन में प्रशासन के फैसले की जानकारी सोमवार सुबह अभिभावकों को दी गई।
राज्य के कई हिस्सों में रविवार रात से मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई है। रविवार रात दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कुल 484 सड़कें यातायात के लिए बंद रहीं।
मंडी जिले में 245 और निकटवर्ती कुल्लू में 102 सड़कें बंद हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने बताया कि चंबा और पठानकोट को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 154ए और औट एवं सैंज को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 305 भी बंद है।
अधिकारियों के अनुसार, राज्य में कुल 941 बिजली आपूर्ति ट्रांसफॉर्मर और 95 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हुई हैं।
एसईओसी ने बताया कि मानसून की शुरुआत से 20 जून से 24 अगस्त के बीच हिमाचल प्रदेश में वर्षा जनित घटनाओं में कम से कम 155 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 37 लोग लापता हैं।
एसईओसी ने कहा है कि राज्य में अब तक अचानक बाढ़ की 77 घटनाएं, 40 बार बादल फटने और 79 भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। वर्षा जनित हादसों में हिमाचल प्रदेश को 2,348 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
राज्य में जारी मानसून के मौसम के दौरान एक जून से 24 अगस्त तक 662.3 मिलीमीटर औसत वर्षा हुई है, जो औसत 571.4 मिलीमीटर वर्षा से 16 प्रतिशत अधिक है।
भाषा सुरभि शोभना
शोभना
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.