लखनऊ: हाथरस गैंगरेप के आरोपियों ने पुलिस अधीक्षक को जेल से पत्र लिखकर पूरे मामले को ऑनर किलिंग बताया है. अलीगढ़ जेल के एसपी आलोक सिंह ने कहा कि संदीप सिंह ने एक चिट्ठी दी है. पत्र की तारीख के मुताबिक यह बुधवार यानि 7 अक्टूबर को लिखा गया है. वहीं इस पत्र में मुख्य आरोपी संदीप ने मृतका के साथ दोस्ती की बात तो स्वीकार की है पर कहा है कि उसकी मौत भाई और मां की पिटाई से हुई है, वे किसी भी जांच के लिए तैयार हैं.
आलोक सिंह ने कहा, ‘हमने नियमानुसार इस पत्र को आगे बढ़ा दिया है. आरोपी ने अपना बयान इसमें लिखा है और इससे संबंधित जांच एजेंसी इस मामले को देखेगी.’
He (Sandeep Singh) gave us a letter for SP Hathras. We have forwarded the letter as per rules. Acccused has put across his version in the letter & concerned investigating agency will look into it: Alok Singh, SP, Aligarh Jail, on #Hathras case accused Sandeep Singh's letter pic.twitter.com/l1u5vDPj0L
— ANI UP (@ANINewsUP) October 8, 2020
हाथरस के पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने दिप्रिंट से कहा कि उनके ऑफिस को ऐसा पत्र प्राप्त नहीं हुआ है लेकिन व्हाट्सएप के माध्यम से जानकारी मिली है कि ऐसा पत्र जेल से लिखा गया है. 1-2 दिन में जेल से पत्र उन तक आ जाएगा. वहीं मामले की जांच चल ही रही है इसलिए कोई टिप्पणी करना ठीक नहीं.
हाथरस गैंगरेप के मुख्य आरोपी संदीप ने इस कथित पत्र में लिखा है, ‘पीड़िता मेरे गांव की लड़की थी जिससे मेरी दोस्ती थी. हम लोगों की मुलाकात के साथ कभी-कभी फोन पर बात भी होती थी. हमारी दोस्ती उसके घर वालों को पसंद नहीं थी. घटना के दिन मेरी उससे खेत में मुलाकात हुई. वहां उसकी मां और भाई भी थे. मैं वहां से घर चला गया और वहां अपने पिता के साथ पशुओं को पानी पिलाने लगा. मुझे कुछ देर बाद गांव वालों से पता चला कि मेरी, पीड़िता से दोस्ती थी इसलिए उसके भाई और मां ने उसे मारा-पीटा है. पिटाई के कारण उसे गंभीर चोटें आई हैं, बाद में वह मर गई मैंने कभी भी पीड़िता को तो मारा नहीं और न ही कोई गलत काम किया.’
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इस पत्र में चारों आरोपियों लवकुश, रवि, रामकुरमार और संदीप उर्फ चंदू ने अपने अंगूठे भी लगाए हैं. चारों का दावा है कि उन पर लगाए गए सारे आरोप झूठे हैं. उन्हें गलत ढंग से जेल में बंद किया गया है. पहले संदीप पर आरोप लगा फिर अलग-अलग दिन पर आरोपियों के नाम शामिल किए गए और उन लोगों को जेल भेजा गया. चारों आरोपियों ने निष्पक्ष जांच कराकर न्याय दिलाने की अपील की है.
दोनों पक्षों के काॅल डिटेल्स की भी चर्चा
स्थानीय मीडिया के अनुसार, घटना से पहले मृत युवती के भाई और घटना के मुख्य आरोपित संदीप सिंह की कॉल डिटेल से जुड़ी तमाम खबरों से पता चला है कि दोनों नंबरों पर लंबी बातचीत हुई है. 13 अक्टूबर 2019 से मार्च 2020 के बीच इन नंबरों पर 104 से अधिक कॉल हैं. युवती के भाई के नंबर से आरोपित संदीप सिंह के नंबर पर 62 बार और संदीप के नंबर से युवती के भाई के मोबाइल पर 42 बार काल की गई.
हालांकि पुलिस की ओर से इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है. मामले की जांच कर रही SIT ने अपनी रिपोर्ट सबमिट करने के लिए 10 दिन का अतिरिक्त समय मांगा है.