अंबाला: केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों के एक समूह ने मंगलवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को उस वक्त काले झंडे दिखाए, जब उनका काफिला अंबाला शहर से गुजर रहा था.
स्थानीय मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक पुलिस सीएम खट्टर के काफिले को सुरक्षित निकालने की भरसक कोशिश कर रही थी लेकिन किसानों ने काफिले को घेर लिया. पुलिस से हुई इसी धक्का-मुक्की में एक किसान की पगड़ी भी गिर गई. इसके बाद वहां जमकर हंगामा हुआ.
खट्टर, अंबाला में आगामी निकाय चुनावों में महापौर और पार्षद के प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभाओं को संबोधित करने आए थे.
सूत्रों ने बताया कि कुछ किसानों ने कथित तौर पर मुख्यमंत्री के काफिले को रोकने की कोशिश की लेकिन पुलिस उन्हें सुरक्षित निकालने में कामयाब रही.
मुख्यमंत्री का काफिला जब अग्रसेन चौक को पार कर रहा था, तब किसानों ने काले झंडे दिखाए. किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था.
उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और कहा कि जब तक नए कृषि कानून वापस नहीं लिए जाते तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.
1 दिसंबर को अंबाला शहर से सटे जंडली गांव में किसानों के एक समूह ने केंद्रीय मंत्री रतन लाल कटारिया को काले झंडे दिखाए थे.कटारिया अंबाला से भाजपा सांसद हैं.
लगभग दो हफ्ते बाद, बीजेपी सांसद नायब सिंह सैनी ने भी यमुनानगर में किसानों के विरोध का सामना किया था इस दौरान भी उन्होंने तीनों कृषि कानूनों को रद्द नहीं किए जाने पर केंद्र के खिलाफ नारे लगाए थे.
कुरुक्षेत्र के सांसद सैनी कुछ परियोजनाओं की आधारशिला रखने और एक सामुदायिक केंद्र का उद्घाटन करने के लिए खुर्दी गांव के दौरे पर थे, प्रदर्शनकारियों ने नींव के पत्थरों पर काला पेंट फेंक दिया था.