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Saturday, 16 November, 2024
होमदेशहरियाणा BJP विधायक बोले—‘विभाजन के समय RSS ने बड़ी संख्या में मुसलमानों का कत्लेआम किया’, फिर मुकर गए

हरियाणा BJP विधायक बोले—‘विभाजन के समय RSS ने बड़ी संख्या में मुसलमानों का कत्लेआम किया’, फिर मुकर गए

सोमवार को एक कार्यक्रम में विधायक कृष्ण मिड्ढा ने दावा किया कि ‘आरएसएस द्वारा बड़ी संख्या में मुसलमानों को मारने के बाद’ पाकिस्तान में हत्याएं रुक गईं. बाद में जींद विधायक ने कहा कि वो फिल्म ‘गदर’ की बात कर रहे थे.

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गुरुग्राम: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हरियाणा के एक विधायक ने यह दावा करते हुए विभाजन की भयावहता को उजागर किया कि पाकिस्तान में हिंदुओं की हत्याएं “तभी रुकी जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने ट्रेन में भारी संख्या में मुसलमानों का कत्लेआम करते हुए पलटवार किया”.

जींद से दो बार के विधायक कृष्ण लाल मिड्ढा ने फतेहाबाद में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में यह टिप्पणी की. कार्यक्रम हरियाणा सरकार द्वारा आयोजित किया गया था और इसके मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर थे.

मिड्ढा, जिनकी जड़ें पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हैं, ने कार्यक्रम में कहा, “जब देश का विभाजन हुआ, तो हमारे पूर्वजों को उस हिस्से (अब पाकिस्तान में) से देश के इस हिस्से (भारत) में प्रवास करने में कठिन समय का सामना करना पड़ा. उनमें से कई रेलगाड़ियों में मारे गए.”

उन्होंने दावा किया कि भागने से पहले कई लोगों ने पाकिस्तान में अपने घरों में अपना कीमती सामान यह सोचकर दफना दिया था कि जब वे लौटेंगे तो वे इसे वापस ले लेंगे.

विधायक ने कहा, “ट्रेनों में चढ़ते समय कई लोगों ने देखा कि मुस्लिम समुदाय के लोग हिंदू महिलाओं के साथ बलात्कार कर रहे हैं. यह सोचकर भी रूह कांप जाती है कि कैसे हमारे कुछ बुज़ुर्गों ने अपनी इज्जत बचाने के लिए अपनी महिलाओं को रोटी में जहर मिलाकर मार डाला.” उन्होंने आगे कहा, “किसी तरह वे मुसलमानों से खुद को बचाकर भारत आये. यह तभी हुआ जब आरएसएस के लोगों ने मुसलमानों की एक ट्रेन का कत्लेआम किया और उसे पाकिस्तान भेज दिया, तभी मुसलमानों ने हिंदुओं को मारना बंद कर दिया.”

मीडिया ब्रीफिंग में टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर खट्टर, जो विधायक के भाषण के दौरान मौजूद नहीं थे, ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि मिड्ढा ही “उन्होंने जो कहा उसका जवाब दे सकते हैं”.

दिप्रिंट द्वारा मिड्ढा से संपर्क किए जाने पर वो अपनी बात से पीछे हटते हुए दिखाई दिए, उन्होंने दावा किया कि वो उस पीढ़ी से नहीं हैं, जिसने विभाजन देखा है और वे केवल अभिनेता और गुरदासपुर के सांसद सनी देओल और अमीषा पटेल अभिनीत फिल्म ‘गदर’ में जो देखा था, उसे प्रसारित कर रहे थे,

भारत के विभाजन के पीड़ितों की याद में हर साल 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया जाता है और पहली बार 2021 में मनाया गया था. हालांकि आंकड़े व्यापक रूप से भिन्न हैं, माना जाता है कि 5,00,000 से 10,00,000 लोग मारे गए थे और लाखों लोग उस समय विस्थापित हुए थे.


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पिछला विवाद – अधिकारियों की तुलना आतंकवादियों से

कृष्ण मिड्ढा इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) नेता हरि चंद मिड्ढा के बेटे हैं, जो खुद जींद से दो बार विधायक हैं. मिड्ढा अपने पिता की मृत्यु के दो महीने बाद नवंबर 2018 में भाजपा में शामिल हुए और उन्हें जनवरी 2019 में उपचुनाव में और फिर महीनों बाद अक्टूबर 2019 में जींद से मैदान में उतारा गया.

2019 के चुनाव के दौरान चुनाव आयोग के समक्ष दायर एक हलफनामे के अनुसार, मिड्ढा ने 1996 में कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय दरभंगा (बिहार) से बी.ए.एम.एस. की पढ़ाई की है.

यह पहली बार नहीं है जब मिड्ढा ने ऐसी विवादास्पद टिप्पणी की है. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सितंबर 2021 में मिड्ढा ने खुद को एक ज्वलंत विवाद के बीच में पाया जब उन्होंने “आतंकवादियों” की तुलना स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों से की और दावा किया कि पहले वाले बेहतर थे क्योंकि उन्होंने “कम से कम अपने हमलों की जिम्मेदारी ली”. उन्होंने यह टिप्पणी जींद शहर में सड़कों का निरीक्षण करते समय की, जो निर्माण के कुछ ही महीनों के भीतर टूट गई थीं.

(संपादन: फाल्गुनी शर्मा)

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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