गांधीनगर, 12 मार्च (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अफसोस जताया कि आजादी के बाद देश के सुरक्षा तंत्र में जरूरत के बावजूद शायद ही कोई सुधार किया गया।
उन्होंने कहा कि आम लोगों की इस धारणा में बदलाव लाने की जरूरत है कि सुरक्षा एजेंसियों, खासकर पुलिस बल से दूर रहने में ही भलाई है।
मोदी यहां राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (आरआरयू) की नई इमारत का उद्घाटन करने के बाद संस्थान के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने सुरक्षा तंत्र में शामिल सभी कर्मियों को संपूर्ण प्रशिक्षण देने पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “आजादी के बाद देश के सुरक्षा तंत्र में सुधार लाने की जरूरत थी, लेकिन शायद ही कोई सुधार किया गया।”
मोदी ने कहा कि उन्हें आरआरयू से काफी उम्मीदें हैं।
उन्होंने कहा, “एक कॉलेज या विश्वविद्यालय विकास में बड़ा योगदान दे सकते हैं। मैं आपको दो उदाहरण दूंगा। पहला-अहमदाबाद में 60 साल पहले कुछ उद्योगपतियों ने एक चिकित्सा कॉलेज स्थापित किया था, जिसकी बदौलत गुजरात फार्मा क्षेत्र में देश का सबसे अग्रणी राज्य बन गया।”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “इसी तरह, उस समय आईआईएम की भी स्थापना की गई थी, जो आज दुनियाभर को कुशल प्रबंधक और व्यवसायी दे रहा है। मैं आरआरयू से इसी तर्ज पर सुरक्षा क्षेत्र में कुशल नेतृत्व तैयार करने की उम्मीद रखता हूं।”
भाषा
पारुल दिलीप
दिलीप
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