गुरुग्राम, 23 अप्रैल (भाषा) हरियाणा सरकार ने यहां मेदांता अस्पताल को नोटिस जारी कर मानवीय गरिमा और निजता के कथित उल्लंघन पर जवाब मांगा है। यह नोटिस एक उड़ान परिचारिका के यह दावा करने के बाद जारी किया गया है कि अस्पताल में जीवन रक्षक प्रणाली पर रहने के दौरान उसका यौन उत्पीड़न किया गया।
हरियाणा की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री आरती सिंह राव के निर्देश पर गुरुग्राम की सिविल सर्जन डॉ. अलका सिंह ने अस्पताल के चिकित्सा निदेशक को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
अधिकारियों के अनुसार, अस्पताल को पांच दिनों के भीतर अपना जवाब प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।
मेदांता अस्पताल के एक तकनीशियन को यौन उत्पीड़न के मामले में गिरफ्तार किया गया है। यह घटना तब प्रकाश में आई जब 46 वर्षीय उड़ान परिचारिका
ने 14 अप्रैल को शिकायत दर्ज कराई।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसे पांच अप्रैल को मेदांता अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था।
पीड़िता ने दावा किया कि अगले दिन, एक व्यक्ति ने अस्पताल के आईसीयू कक्ष में उसके साथ ‘डिजिटल रेप’ किया, जहां दो अन्य नर्सें भी मौजूद थीं लेकिन उन्होंने उसे रोकने के लिए कुछ नहीं किया।
भाषा राजकुमार खारी
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