गुरुग्राम, दो जून (भाषा) गुरुग्राम स्थित एक निजी कंपनी से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में दिल्ली और बिहार से नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार, कंपनी के अकाउंट विभाग के कर्मचारी को ‘व्हाट्सएप’ कॉल कर एक व्यक्ति ने खुद को निजी फर्म का मालिक बताया था।
पुलिस ने बताया कि इसके बाद फोन करने वाले ने कर्मचारी से कंपनी के बैंक खाते से विभिन्न खातों में धनराशि भेजने को कहा। ये लेनदेन 19 मई से 27 मई के बीच किए गए।
पुलिस ने बताया कि धोखाधड़ी के बारे में पता चलने के बाद कर्मचारी ने पुलिस से संपर्क किया और साइबर अपराध दक्षिण पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
उसने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने के बाद साइबर पुलिस ने 29 मई और 30 मई को चार आरोपियों गौरव, जतिन शर्मा, शिवम और अंकित को दिल्ली से गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बिहार के सीवान में संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर से भी अपने संबंधों का खुलासा किया। निरीक्षक नवीन कुमार के नेतृत्व में टीम सोमवार को सीवान पहुंची।
पुलिस टीम ने जब आरोपियों के ठिकाने पर छापा मारा तो पाया कि बंद कमरे में पांच लोग मोबाइल फोन और लैपटॉप के जरिए विभिन्न बैंक खातों में पैसे भेज रहे थे।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के बाद आफताब, मोहम्मद आरिफ, इरशाद हुसैन, वजीर अली और अमलेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया।
सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) साइबर प्रियांशु जैन ने कहा, ‘‘पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने खुलासा किया कि उनके गांव के एक सहयोगी ने उन्हें बैंक खाते उपलब्ध कराए थे।’
भाषा यासिर सुभाष
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