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Friday, 1 November, 2024
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गुजरात चुनाव: ‘पन्ना परिवार प्रमुख’ के जरिए भाजपा का मुकाबला करने का प्रयास कर रही है आप

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(कुमार आनंद)

अहमदाबाद, 14 अगस्त (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) गुजरात की चुनावी राजनीति में हालांकि नयी है, लेकिन वह पार्टी संगठन को ग्रामीण स्तर तक मजबूत करके और अपने कार्यकर्ताओं को संगठित कर आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुकाबला करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

आप के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी इस साल के अंत में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा का मुकाबला करने के लिए ‘‘पन्ना परिवार प्रमुख’’ और ग्राम समितियों के माध्यम से जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत कर रही है। इनमें से प्रत्येक का गठन 50 कार्यकर्ताओं से किया गया है।

आप ने जून में पार्टी की तत्कालीन इकाइयों को भंग करने के बाद गुजरात में अपने संगठनात्मक ढांचे को नया रूप देना शुरू किया था। यह कवायद पार्टी को ग्रामीण स्तर पर ले गई।

आप के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव इसुदान गढ़वी ने कहा, ‘‘अगला कदम पन्ना परिवार प्रमुख नियुक्त कर पन्ना या मतदाता सूची के एक पृष्ठ को समायोजित करना होगा।’’

आप ‘पन्ना परिवार प्रमुख’ नियुक्त कर बूथ स्तर पर भाजपा कार्यकर्ताओं के ‘‘पन्ना प्रमुख’’ मॉडल का मुकाबला करने की कोशिश कर रही है। पन्ना परिवार प्रमुख में मतदाता सूची के प्रत्येक पृष्ठ का एक प्रभारी होगा और ‘‘आप परिवार’’ के सदस्य होंगे, जो पार्टी को वोट देंगे।

गढ़वी ने कहा कि आप राज्य में मतदाताओं को लुभाने के लिए सूक्ष्म प्रबंधन और घर-घर जाकर चुनाव प्रचार करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। राज्य में भाजपा दो दशकों से अधिक समय से सत्ता में है।

उन्होंने दावा किया, ‘अन्य दल जातीय समीकरण में विश्वास करते हैं, हम सार्वजनिक समीकरण में विश्वास करते हैं।’’

आप नेता ने दावा किया कि भाजपा कार्यकर्ताओं का उनके नेतृत्व से मोहभंग हो गया है और उनकी पार्टी उनके कथित मोहभंग की भावना का इस्तेमाल कर सकती है।

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के पास एक मजबूत संगठन रहा है, इसमें कोई शक नहीं है। लेकिन हमारा मानना ​​है कि यह बीती बात हो गई है क्योंकि भाजपा कार्यकर्ता भी पार्टी से तंग आ चुके हैं। वे समझ गए हैं कि भाजपा के शीर्ष नेता सभी लाभ उठाते हैं। जब कार्यकर्ताओं की बात आती है, तो वे (नेता) ‘मुफ्त रेवड़ी’ कहकर उन लाभों से उन्हें वंचित कर देते हैं।’’

आप ने राज्य में अपना जनाधार बढ़ाने के लक्ष्य के तहत गुजरात के गांवों में पार्टी का प्रचार-प्रसार किया है। उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक ​​आप का सवाल है, हमने अब तक राज्य के 18,000 गांवों में से 16,000 में समितियां गठित की हैं। हमारे पास वार्ड स्तर पर 6,000 समितियां हैं।’’

आप के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव ने कहा कि ग्राम स्तर पर, पार्टी ने पदाधिकारियों के नामों की घोषणा की है और उनमें से प्रत्येक को पांच गांवों के समूह की देखभाल करने की जिम्मेदारी दी गई है।

गढ़वी ने कहा, ‘‘इन नेताओं ने 16,000 गांवों में समितियां बनाई हैं। प्रत्येक गांव में 10-50 कार्यकर्ताओं की एक समिति है। 15 अगस्त तक, हम राज्य के 18,000 गांवों में से प्रत्येक में एक ग्राम समिति बनाएंगे। हमारे पास ग्रामीण स्तर पर 1.5 लाख से अधिक समर्पित आप कार्यकर्ता होंगे।’’

गढ़वी एक पूर्व समाचार-प्रस्तोता हैं, जो पिछले साल जून में आप में शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि जैसे ही ग्राम स्तर पर समितियां गठित हो जाएंगी, पार्टी पन्ना परिवार प्रमुखों की नियुक्ति का काम शुरू कर देगी।

गढ़वी ने दावा किया, ‘‘यह 15 सितंबर तक कर लिया जाएगा। तब तक हम भाजपा को (संगठनात्मक ताकत के मामले में) पीछे छोड़ देंगे।’’

उन्होंने कहा कि अब तक, पार्टी ने राज्य और जिला निकायों का गठन किया है और एक विधानसभा क्षेत्र को चार ब्लॉकों में विभाजित किया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ब्लॉक में एक संगठनात्मक सचिव है। उन्होंने कहा कि एक सचिव के तहत 12-55 ‘सर्कल प्रभारी’ काम करेंगे।

गुजरात में विधानसभा की 182 सीट है।

गढ़वी ने इस बात पर जोर दिया कि गुजरात में कांग्रेस अब मतदाताओं के लिए कोई विकल्प नहीं है जहां कांग्रेस 20 से अधिक वर्षों से सत्ता से बाहर है। गढ़वी ने कहा कि फरवरी 2021 के स्थानीय निकाय चुनावों में, आप को अहमदाबाद, राजकोट और सूरत में मतों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मिला, तब उसके पास व्यापक जनाधार या संगठनात्मक ताकत नहीं थी। उन्होंने कहा कि लोग राज्य में एक विकल्प ढूंढ रहे हैं।

भाषा अमित सुभाष

सुभाष

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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