मुंबई, एक सितंबर (भाषा) महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के नेता बाला नंदगांवकर ने सोमवार को सुझाव दिया कि राज्य सरकार को कार्यकर्ता मनोज जरांगे के नेतृत्व में आरक्षण आंदोलन के लिए मुंबई आए मराठा समुदाय के लोगों के लिए वानखेड़े स्टेडियम जैसा स्थल उपलब्ध कराना चाहिए।
जरांगे शुक्रवार से दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में भूख हड़ताल पर हैं और उनका कहना है कि जब तक मराठा समुदाय को आरक्षण नहीं दिया जाता, वह महानगर नहीं छोड़ेंगे।
नंदगांवकर ने पत्रकारों से कहा, ‘मराठा प्रदर्शनकारी शहर में घूम रहे हैं, इसलिए लोगों को लगता है कि इससे असुविधा हो रही है। चूंकि आज़ाद मैदान की जगह छोटी है, इसलिए सरकार से मेरा अनुरोध है कि प्रदर्शनकारियों को वानखेड़े स्टेडियम जैसा स्थान दिया जाए, ताकि वे एक जगह बैठकर अपना आंदोलन जारी रख सकें।’
वानखेड़े स्टेडियम की क्षमता 30,000 दर्शकों की है।
इस बीच, मनसे नेता अमित ठाकरे ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को लिखे पत्र में कहा कि मराठा प्रदर्शनकारी ‘भाई’ हैं और उन्हें भोजन, पानी और दवाइयां उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से आंदोलनकारियों की सुरक्षा और रहने की व्यवस्था का भी ध्यान रखने को कहा।
पार्टी प्रमुख राज ठाकरे के बेटे ने कहा, ‘याद रखें, भले ही उनकी लड़ाई आरक्षण के लिए हो, वे हमारी जिम्मेदारी हैं और महाराष्ट्र सैनिक होने के नाते हम अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे।’
जरांगे ने एक दिन पहले ही मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे को फटकार लगाई थी।
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नोमान मनीषा
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