नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर सरकार ने अनुच्छेद 370 हटाए जाने के सात महीने बाद क्षेत्र में इंटरनेट कनेक्टिविटी बहाल की है. फिलहाल इंटरनेट की स्पीड 2जी ही बनी रहेगी. मैक-बाइंडिंग के साथ इंटरनेट कनेक्टिविटी 17 मार्च, 2020 तक जारी रहेगी. जब तक नए संशोधन नहीं आ जाते तब तक यही दिशा-निर्देश जारी रहेंगे.
जम्मू-कश्मीर सरकार ने कहा कि पोस्ट पैड सिम कार्ड होल्डर्स के लिए इंटरनेट कनेक्टिविटी जारी रहेगी. अगर प्री पैड कनेक्शन वाले ग्राहक पोस्ट पैड के नियम का पालन नहीं करते तो उन्हें भी कनेक्टिविटी नहीं मिलेगी.
Government of Jammu and Kashmir: While the post paid sim card holders shall continue to be provided access to the internet, these services shall not be made available on pre-paid sim cards unless verified as per norms applicable for post-paid connections. https://t.co/Bt4Zyun7U1
— ANI (@ANI) March 4, 2020
प्रशासन पहले भी कुछ क्षेत्रों में इंटरनेट सुविधाओं की आंशिक बहाली कर चुका है लेकिन पूरे केंद्र शासित प्रदेश में ये सुविधा नहीं मिल रही थी. कुछ महीने पहले ही जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित राज्य बनाया गया है.
जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के फैसले के साथ पांच अगस्त को घाटी में इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं रोक दी गयी थीं.
बता दें कि केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए के तहत मिलने वाले विशेष राज्य के दर्ज़े के प्रवाधानों को हटा दिया था. जिसके बाद क्षेत्र में कोई अप्रिय घटना न हो इसलिए सरकार ने इंटरनेट बंद कर दिया था.
जम्मू-कश्मीर के कई नेताओं को अभी भी नज़रबंद कर रखा हुआ है. प्रशासन का कहना है कि सुरक्षा कारणों से ऐसा किया गया है.