पणजी, दो अगस्त (भाषा) गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने शनिवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की उस टिप्पणी के लिए उनकी आलोचना की, जिसमें कांग्रेस नेता ने दावा किया कि जब उन्होंने भूमि अधिग्रहण विधेयक में संशोधन के प्रयास का विरोध किया तो तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली को उन्हें धमकाने के लिए भेजा गया था।
जेटली का जिक्र करते हुए सावंत ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि एक ऐसे नेता के खिलाफ इस तरह के निराधार आरोप लगाना बेहद ‘‘शर्मनाक’’ है, जिसने अपना पूरा जीवन भारत के विकास के लिए समर्पित कर दिया और जो अब अपना बचाव करने के लिए यहां नहीं है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कांग्रेस के विधि, मानवाधिकार और आरटीआई विभाग द्वारा आयोजित वार्षिक विधिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए दावा किया, ‘‘मुझे याद है जब मैं कृषि कानूनों (भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन संबंधी विधेयक) के खिलाफ लड़ रहा था, तो अरुण जेटली को मुझे धमकाने के लिए भेजा गया था।’’
कांग्रेस नेता के अनुसार, जेटली ने उनसे कहा, ‘‘अगर आप इसी रास्ते पर चलते रहे, सरकार का विरोध करते रहे और कृषि कानूनों पर हमसे लड़ते रहे, तो हमें आपके खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ेगी।’’
सावंत ने कहा कि गांधी ने पहले भी भाजपा नेता मनोहर पर्रिकर के बीमार होने के दौरान उनसे मुलाकात के बाद राफेल लड़ाकू विमान सौदे के बारे में तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया था।
सावंत ने कहा कि ऐसे निस्वार्थ नेताओं का नाम राजनीतिक हमलों में घसीटना गांधी की हताशा को दर्शाता है, जो अब हमारे बीच नहीं हैं।
सावंत ने कहा, ‘‘निजी राजनीतिक लाभ के लिए दिवंगत नेताओं की विरासत का इस्तेमाल न केवल अस्वीकार्य है, बल्कि उन लाखों लोगों के लिए बेहद दुखदायी है जो राष्ट्र के प्रति उनके बलिदान और सेवा की सराहना करते हैं। अरुण जेटली और मनोहर पर्रिकर जैसे नेताओं ने एक मजबूत और प्रगतिशील भारत के निर्माण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।’’
भाषा शफीक माधव
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