पणजी, चार अगस्त (भाषा) दक्षिणपंथी संगठनों के विरोध के बाद गोवा में एक कैथोलिक पादरी ने मराठा शासक छत्रपति शिवाजी पर अपनी हालिया टिप्पणी को लेकर खेद व्यक्त किया।
पादरी फादर बोलमैक्स परेरा ने कहा कि उनके बयान का ‘‘गलत मतलब निकाला गया।’’
परेरा के माफी मांगने के बावजूद बजरंग दल ने उनकी गिरफ्तारी की मांग की, जबकि मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि पादरी के खिलाफ कार्रवाई कानून के मुताबिक की जाएगी।
वास्को शहर के पास एक चर्च से जुड़े पादरी का एक वीडियो हाल में कई बार पोस्ट किया गया जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘‘छत्रपति शिवाजी को भगवान नहीं माना जा सकता।’’
बजरंग दल समेत कई दक्षिणपंथी संगठनों ने उनकी इस टिप्पणी की निंदा की थी।
इसके बाद बृहस्पतिवार देर शाम पादरी ने एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने अपनी टिप्पणी को लेकर हुए विवाद और छत्रपति शिवाजी के उल्लेख के कारण पैदा हुई ‘‘गलतफहमी’’ पर खेद व्यक्त किया।
उन्होंने अपने बयान में कहा, ‘‘उपदेश के दौरान महान राष्ट्रीय नायक और बहादुर योद्धा का उल्लेख करने का उद्देश्य यह बताना था कि छत्रपति शिवाजी महाराज धर्म, जाति, पंथ और भाषाओं से परे हैं तथा देश और विदेश के सभी लोगों के लिए पूजनीय हैं।’’
परेरा ने कहा, ‘‘इसीलिए उन्हें (छत्रपति शिवाजी) सिर्फ एक धर्म का कहने से अन्य धर्म के लोगों के बीच उनकी महानता कम होगी।’’
पादरी ने कहा, ‘‘मैं यह जानकर हैरान हूं कि मेरे उपदेश की चुनिंदा बात को पेश किया गया और बयान का केवल एक हिस्सा दिखाया गया, जबकि दूसरे हिस्से में शिवाजी महाराज की वीरता की प्रशंसा की गई थी।’’
बजरंग दल गोवा के सह संयोजक विराज देसाई ने कहा, ”हमारी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए पादरी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए। छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे लिए भगवान से कम नहीं हैं।”
वास्को पुलिस थाना निरीक्षक कपिल नाइक ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने का आश्वासन किए जाने के बावजूद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने अपना प्रदर्शन जारी रखा।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने संवाददाताओं से कहा कि पादरी के खिलाफ कार्रवाई कानून के मुताबिक होगी। उन्होंने कहा कि वास्को में हालात काबू में हैं और पुलिस अधीक्षक व अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
भाषा जितेंद्र नेत्रपाल
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