scorecardresearch
Saturday, 19 October, 2024
होमदेशअदालतों में फर्जी जमानतदार पेश करने वाले गिरोह का खुलासा, 1,000 कोरी भू-अधिकार पुस्तिकाएं मिलीं

अदालतों में फर्जी जमानतदार पेश करने वाले गिरोह का खुलासा, 1,000 कोरी भू-अधिकार पुस्तिकाएं मिलीं

Text Size:

इंदौर (मध्यप्रदेश), 26 फरवरी (भाषा) आपराधिक मामलों के आरोपियों को जमानत पर रिहा कराने के लिए अदालतों में फर्जी जमानतदार पेश करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए इंदौर में पुलिस ने चार लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया।

पुलिस उपायुक्त (अपराध निरोधक शाखा) निमिष अग्रवाल ने संवाददाताओं को बताया कि आरोपियों की पहचान करण चावड़ा (19), प्रकाश मालवीय (60), रमेश बोडना (50) और कैलाश प्रजापत (48) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि ये आरोपी इंदौर, उज्जैन और देवास जिलों के रहने वाले हैं।

पुलिस उपायुक्त ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से करीब 1,000 कोरी भू-अधिकार एवं ऋण पुस्तिकाएं और संदिग्ध जमानतदारों के नाम वाली लगभग 100 भू-अधिकार एवं ऋण पुस्तिकाएं बरामद की गई हैं। उन्होंने बताया कि इनके पास अलग-अलग जिलों के 20 राजस्व अधिकारियों के नाम और पद की सीलें भी मिली हैं।

अग्रवाल ने शुरुआती जांच के हवाले से बताया कि यह गिरोह आपराधिक मामलों के आरोपियों को जमानत पर रिहा कराने के लिए फर्जी जमानतदारों को न्यायालयों में पेश करने का काम पिछले 10 वर्षों से कर रहा है। उन्होंने बताया,‘‘गिरोह के सदस्य फर्जी जमानतदार मुहैया कराने के बदले संबंधित आरोपियों से धन लेते थे।’’

गिरोह से वकीलों और अदालती कर्मचारियों के संदिग्ध जुड़ाव के बारे में पूछे जाने पर पुलिस उपायुक्त ने कहा,’मामले की विस्तृत जांच और आरोपियों से पूछताछ के बाद ही पता चल सकेगा कि इस गिरोह से और कौन लोग जुड़े थे।’

भाषा हर्ष

राजकुमार

राजकुमार

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments