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Wednesday, 22 January, 2025
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‘आप-दा’ से मुक्ति से दिल्ली को ‘विकसित भारत’ की ‘विकसित राजधानी’ बनाने का संकल्प सिद्ध होगा: मोदी

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नयी दिल्ली, 22 जनवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को आम आदमी पार्टी (आप) को एक बार फिर राष्ट्रीय राजधानी के लोगों के लिए ‘आपदा’ करार दिया और कहा कि जब इससे मुक्ति मिलेगी तभी दिल्ली को ‘विकसित भारत’ की ‘विकसित राजधानी’ बनाने का संकल्प सिद्ध हो पाएगा।

‘नमो एप’ के जरिए ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ कार्यक्रम के तहत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं से संवाद करते हुए मोदी ने यह दावा भी किया कि ‘आप-दा’ वाले आगामी विधानसभा चुनाव में इतने डरे हुए हैं कि उन्हें हर दिन एक नयी घोषणा करनी पड़ रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली वाले आप वालों की आप-दा और उनके झूठ एवं फरेब से अब ऊब चुके हैं। पहले कांग्रेस ने और फिर आप वालों की आप-दा ने दिल्ली के लोगों से बहुत विश्वासघात किया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ये आप-दा वाले अब हर दिन एक नई घोषणा कर रहे हैं। इसका मतलब है कि उनको रोज पराजय की नई-नई खबरें मिल रही हैं। ये इतने डरे हुए हैं कि इन्हें रोज सुबह एक नई घोषणा करनी पड़ रही है। लेकिन अब दिल्ली की जनता इनका खेल समझ गई है।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि इन दिनों वे अपने चुनावी सभाओं में दावा करते फिरते हैं कि ‘फिर आएंगे’ लेकिन अब जनता उन्हें बोलती है कि वे ‘फिर खाएंगे’।

उन्होंने कार्यकर्ताओं से ‘आप-दा’ वालों की पोल खोलने और केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाने का आह्वान किया।

मोदी ने कहा कि पांच फरवरी को मतदान के दिन ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों को मतदान केंद्र तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य होना चाहिए, भले ही ठंड कितनी भी क्यों न हो।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें याद रखना है कि सबसे बड़ा लक्ष्य भाजपा सरकार बनाने का है। दिल्ली को आप-दा ने जिन मुसीबतों और संकटों में डाला हुआ है, हमें दिल्ली को उनसे मुक्त कराना है। जब ऐसा होगा, तभी दिल्ली को विकसित भारत की विकसित राजधानी बनाने का संकल्प सिद्ध हो पाएगा।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 25 साल में जिनका जन्म हुआ है या आज जो 35 साल के होंगे, उनको राष्ट्रीय राजधानी में सिर्फ ‘बर्बादी ही बर्बादी’ देखने को मिली है और उन्होंने आशा छोड़ दी है तथा वे निराशा के गर्त में डूब चुके हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘एक बार दिल्ली में नया विश्वास पैदा करने के लिए इसे 25 साल की सारी बुराइयों से बाहर निकाल कर एक नए संकल्प के साथ आगे बढ़ाना है। मैं जानता हूं दिल्ली का हर कार्यकर्ता इसके लिए तैयार है, ऊर्जा से भरा हुआ है।’’

भाषा ब्रजेन्द्र

ब्रजेन्द्र मनीषा

मनीषा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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