कोलकाता, तीन नवंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री और पूर्व मुख्य सचिव मनीष गुप्ता के नाम पर एक फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाए जाने का मामला सामने आया है जिसके बाद कोलकाता पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि साइबर जालसाजों ने गुप्ता के नाम और फोटो का इस्तेमाल कर एक फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाया था।
एक अधिकारी ने कहा, ‘जालसाजों ने उनकी तस्वीर को व्हाट्सएप नंबर पर ‘डिस्प्ले पिक्चर’ के रूप में भी इस्तेमाल किया और उसके कई परिचितों को संदेश भेजे।’
पुलिस ने बताया कि चूंकि फेसबुक प्रोफाइल और व्हाट्सएप ‘डिस्प्ले पिक्चर’ में पूर्व नौकरशाह की तस्वीर थी, इसलिए उनके कई परिचितों ने शुरू में संदेशों को वास्तविक मान लिया।
एक जांच अधिकारी ने बताया कि जालसाजों ने कथित तौर पर गुप्ता के परिचितों से पैसे मांगने के लिए संदेश भेजे थे, जिसमें दावा किया गया था कि एक विशेष उद्देश्य के लिए धन की तत्काल आवश्यकता है।
उन्होंने कहा, ‘संदेशों को वास्तविक मानकर कुछ लोगों ने कथित तौर पर जालसाजों द्वारा उपलब्ध कराए गए बैंक खातों में धनराशि अंतरित कर दी।’
घटना के बारे में जानने के बाद गुप्ता ने अपने जानने वालों को सतर्क किया और बाद में शहर के पुलिस मुख्यालय लालबाजार स्थित साइबर थाने में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई।
उन्होंने कहा, ‘हमारे साइबर धोखाधड़ी अधिकारियों को संदेह है कि जालसाज किसी अन्य राज्य से ऐसा कर रहे हैं और वे एक ऐसे नेटवर्क का हिस्सा हैं जो लोगों के साथ ठगी करने के लिए प्रसिद्ध व्यक्तियों की फर्जी प्रोफाइल बनाते हैं।’
उन्होंने बताया कि पुलिस, धोखाधड़ी करने के लिए जिस व्हाट्सएप नंबर से संदेश भेजा गया उस मोबाइल नंबर का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
भाषा
शुभम अविनाश
अविनाश
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