नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है.
आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी.
एक सरकारी अधिकारी ने बताया,‘रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाने के प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है. इस पर विस्तार से बातचीत चल रही है , साथ ही कर्फ्यू के समय पर भी विचार किया जा रहा है, और यह वक्त रात दस बजे से सुबह पांच बजे तक का हो सकता है.’
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा था कि दिल्ली संक्रमण की चौथी लहर का सामना कर रही है पर लॉकडाउन लगाने का अभी कोई विचार नहीं है.
अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए बेडों की संख्या बढ़ाई जाएगी
कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर, दिल्ली सरकार ने अपने कई अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए आरक्षित बेडों की संख्या बढ़ाने का सोमवार को एक आदेश जारी किया.
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को कोरोनावायरस के 3548 नए मामले आए हैं और 15 लोगों की मौत हुई है. दिल्ली में मृतक संख्या 11,096 पर पहुंच गई है.
दिल्ली सरकार के आदेश में कहा गया है कि शहर में संक्रमण के मामले बढ़ने के मद्देनजर, अस्पतालों में भर्ती होने वाले कोरोनावायरस के पुष्ट या संदिग्ध मरीजों के लिए बेडों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया गया है.
इन अस्पतालों में लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल (एलएनजेपी) शामिल है, जहां बेडों की संख्या 300 से बढ़ाकर 1000 की जाएगी. बाबा साहेब आम्बेडकर अस्पताल में आरक्षित बेडों की संख्या 50 से बढ़ाकर 100 की जाएगी तथा जीटीबी अस्पताल में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए बेडों की संख्या 500 की जाएगी.
एक अन्य आदेश में सरकार ने कहा है कि गैर कोविड गंभीर मरीजों के इलाज से समझौता न हो और 100 या इससे अधिक बेडों की क्षमता वाले 54 बड़े निजी अस्पताल अपने आईसीयू के कम से कम 30 फीसदी बेड कोविड मरीजों के इलाज के लिए आरक्षित करें.
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