कोटा (राजस्थान), 19 मार्च (भाषा) राजस्थान के कोटा शहर की एक नहर में तीन स्थानों पर चार लोगों के डूबने की घटना सामने आई है। इनमें से तीन युवकों की मौत हो गयी है जबकि चौथे की तलाश जारी है। जब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को इस हादसे के बारे में पता चला तो वह शुक्रवार देर रात घटनास्थल पर पहुंच गए।
कोटा-बूंदी लोकसभा सीट से सांसद बिरला ने बचाव अभियान को रोके जाने और वहां प्रशासन से किसी अधिकारी के घटनास्थल पर मौजूद नहीं होने को लेकर गहरी नाराज़गी व्यक्त की।
बिरला ने इस घटना को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को संबोधित करते हुए एक ट्वीट कर कहा कि घटनास्थल पर वरिष्ठ अधिकारियों की अनुपस्थिति गंभीर चिंता का विषय है और ऐसी घटनाओं में संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाया जाना चाहिए।
लोकसभा अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा, “कोटा के कुन्हाड़ी में तीन युवकों के नहर में डूबने की सूचना पर रात 12.30 बजे मौके पर पहुंच परिजनों से मिला। घटना दोपहर 3.30 बजे की है लेकिन देर रात तक प्रशासन का कोई बड़ा अधिकारी मौके पर नहीं आया जो गंभीर चिंता की बात है। ऐसे मामलों में संवेदनशीलता से काम करना चाहिए।”
शुक्रवार दोपहर डूबने वाले चारों लोगों में एक नाबालिग लड़का भी शामिल है। जिन तीन स्थानों पर घटनाएं हुई हैं वह शहर के कुन्हाड़ी और उद्योग नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है।
कोटा नगर निगम और राज्य आपदा राहत कोष के गोताखोर शनिवार को तीन शवों को निकालने में सफल रहे जबकि चौथे की तलाश अभी भी जारी थी।
बिरला ने घटनास्थल पर पहुंचकर शोक संतप्त परिवारों को सांत्वना दी।
हालांकि, कोटा के जिलाधिकारी हरिमोहन मीणा ने बिरला के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि वह स्वयं कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शुक्रवार शाम को बचाव कार्यों का जायजा लेने के लिए दुर्घटना स्थलों पर गए थे। रात में अंधेरे के कारण बचाव अभियान को रोकना पड़ा था।
इस हादसे का शिकार हुए कोटा के दीपक वर्मा और टोंक जिले के तनवीर का शव शनिवार सुबह बरामद कर लिया गया। इसके बाद बारन जिले के 13 वर्षीय किशोर का शव भी बरामद कर लिया गया।
नहर में डूबे चौथे पीड़ित धीरज वर्मा की तलाश की जा रही है।
मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतक के परिजनों को एक-एक लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की गयी है।
भाषा रवि कांत Ravikant उमा
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