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Sunday, 2 November, 2025
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दुलार चंद यादव हत्याकांड में पूर्व विधायक अनंत सिंह सहित तीन लोग गिरफ्तार

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पटना, दो नवंबर (भाषा) बिहार के मोकामा विधानसभा क्षेत्र से जनता दल (यूनाइटेड)-जद (यू) के उम्मीदवार एवं पूर्व विधायक अनंत सिंह को जन सुराज समर्थक दुलार चंद यादव की हत्या के मामले में रविवार तड़के गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस ने बताया कि इस मामले में दो अन्य व्यक्तियों मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम को भी गिरफ्तार किया गया है।

राजधानी पटना से करीब 200 किलोमीटर दूर बाढ़ स्थित आवास से अनंत सिंह को हिरासत में ले लिया गया। तीनों आरोपियों को दिन में अदालत में पेश किया जाएगा।

पुलिस के अनुसार, यादव की हत्या बृहस्पतिवार को पटना जिले के मोकामा क्षेत्र में हुई थी, जब वह जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के पक्ष में प्रचार कर रहे थे। यह घटना भदौर और घोसवरी थाना क्षेत्रों के बीच हुई थी।

पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कार्तिकेय शर्मा ने शनिवार देर रात जिलाधिकारी एस एम थायागराजन के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में बताया, ‘‘पुलिस ने दुलार चंद यादव की हत्या के मामले में तीन लोगों — अनंत सिंह, मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम को गिरफ्तार किया है।’’

उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ है कि यादव की मौत हृदय और फेफड़ों पर किसी कठोर और भारी वस्तु से प्रहार के कारण हुए शॉक से कार्डियोरेस्पिरेटरी फेल्योर के कारण हुई।

एसएसपी ने कहा, ‘‘इस आधार पर जांच से यह साबित होता है कि यह हत्या का मामला है।’’

उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में तीनों आरोपियों की मौजूदगी घटना स्थल पर पाई गई है।

उन्होंने कहा, ‘‘हत्या की जांच के लिए चार प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। जिनमें एक आदर्श आचार संहिता उल्लंघन से संबंधित है।’’

पुलिस अधिकारी ने बताया कि इनमें से एक प्राथमिकी में अनंत सिंह का नाम भी शामिल है।

कई आपराधिक मामलों में नामजद और ‘स्थानीय दबंग’ माने जाने वाले अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी फिलहाल मोकामा से विधायक हैं।

अनंत सिंह पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का भी मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि उनके काफिले में बड़ी संख्या में वाहनों के चलने की शिकायतें मिली थीं।

इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए अनंत सिंह ने पहले माना था कि उनके समर्थकों और मृतक के बीच झड़प हुई थी, लेकिन उन्होंने इसका ठीकरा अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी सूरजभान सिंह पर फोड़ा, जिनकी पत्नी वीणा देवी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की प्रत्याशी हैं।

दुलार चंद यादव, 1990 के दशक के कुख्यात अपराधी माने जाते थे और अनंत सिंह के प्रतिद्वंद्वी माने जाते थे। वह प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी से जुड़े पीयूष प्रियदर्शी का समर्थन कर रहे थे।

राजद नेता और ‘इंडिया’ गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘यह कार्रवाई पहले ही हो जानी चाहिए थी। बिहार में हर दिन हत्या जैसी घटनाएं हो रही हैं, यही तो असली जंगलराज है। आज प्रधानमंत्री चुनाव प्रचार के लिए बिहार आ रहे हैं, लेकिन उन्हें यह सब नजर नहीं आता।’’

तेजस्वी ने दावा किया, ‘‘14 नवंबर को परिणाम आने के बाद इंडिया गठबंधन सरकार बनाएगा और 18 नवंबर को वह मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘26 नवंबर से 26 जनवरी के बीच, चाहे कोई भी जाति या धर्म का हो, सभी अपराधियों को जेल भेजा जाएगा।’’

इस बीच, दुलार चंद यादव के पोते ने रविवार को कहा कि परिवार ‘ब्रह्मभोज’ का आयोजन तब तक नहीं करेगा जब तक ‘‘सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर फांसी की सजा नहीं दी जाती।’’

उन्होंने ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा, ‘‘हम मांग करते हैं कि मेरे दादा की हत्या में शामिल सभी पांच लोगों को गिरफ्तार कर सजा दी जाए। उन्हें उनके विरोधियों ने प्रशासन की मदद से मारा। जब तक सभी को गिरफ्तार नहीं किया जाता, हम ब्रह्मभोज नहीं करेंगे।’’

इस घटना को गंभीरता से लेते हुए निर्वाचन आयोग ने शनिवार को पटना के ग्रामीण क्षेत्र के पुलिस अधीक्षक विक्रम सिहाग का तबादला करने और तीन अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए।

निर्वाचन आयोग ने कहा, ‘‘पटना (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक विक्रम सिहाग को तत्काल स्थानांतरित किया जाए और उनके स्थान पर नए अधिकारी की तैनाती के लिए पैनल भेजा जाए।’’

बिहार में दो चरणों में छह और 11 नवंबर को मतदान होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी।

भाषा

कैलाश

रवि कांत

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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