मुंबई, चार अगस्त (भाषा) महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता धनंजय मुंडे ने राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के चार महीने बाद भी मुंबई स्थित सरकारी बंगला ‘सतपुडा’ खाली नहीं किया है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को मुंडे के सरकारी आवास में रहने की बात स्वीकार की।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि (मंत्रिमंडल से इस्तीफे के बावजूद) सरकारी बंगले में रहने के लिए मुंडे पर कितना जुर्माना लगाया गया है। मुझे इसका ब्योरा पता करना होगा।’’
राकांपा के वरिष्ठ नेता एवं राज्य के मंत्री छगन भुजबल मई से ही सरकारी आवास का इंतजार कर रहे हैं, जब मुंडे के इस्तीफे के बाद उन्हें मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया था।
भुजबल ने कहा, ‘‘मुझे आवंटित सरकारी आवास में अब भी एक पूर्व मंत्री रह रहे हैं, जो मेरे पार्टी सहयोगी भी हैं। मैं उन्हें (बंगला) खाली करने के लिए नहीं कह सकता। मैं मुख्यमंत्री से एक छोटा सा आवास देने के लिए कहूंगा।’’
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय देखने वाले मुंडे को बीड के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मुख्य आरोपी वाल्मीक कराड के साथ संबंधों के आरोपों के बीच चार मार्च को इस्तीफा देना पड़ा था।
मुंडे के पद छोड़ने और भुजबल को मंत्री बनाए जाने के बाद 23 मई को एक सरकारी आदेश जारी करके उन्हें सतपुडा बंगला आवंटित किया गया। हालांकि, मुंडे अब भी बंगले में रह रहे हैं, भुजबल अभी तक वहां नहीं जा पाए हैं और आधिकारिक आवास की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
भाषा
अमित नेत्रपाल
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