बेंगलुरू : पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त टीएस कृष्णमूर्ति ने भविष्य में एक चरण में चुनाव कराने और प्रचार अभियान की अवधि को काफी कम करने की बात कही है.
उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान जनसभाओं और रोडशो पर पाबंदी नहीं लगाई जा सकती लेकिन भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) इस प्रकार की सभाएं करने की अवधि और दिनों की संख्या में काफी हद तक कटौती करने पर गंभीरता से विचार कर सकता है क्योंकि अब डिजिटल और सोशल मीडिया के जरिये प्रचार करने का विकल्प उपलब्ध हैं.
कृष्णमूर्ति के अनुसार बहु-चरणीय चुनाव को यह कहकर सही ठहराया जाता है कि इससे हिंसा की संभावना कम हो जाती है और कानून-व्यवस्था को संभालना भी आसान होता है.
उन्होंने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘(लेकिन) (पश्चिम) बंगाल (आठ चरण के तहत जारी विधानसभा चुनाव) के अनुभव ने हमें बताया कि बहु-चरणीय चुनाव भी हिंसा, घृणा और निजी हमलों को नहीं रोक सकते.’
उन्होंने कहा, ‘हम (देशभर में) एक साथ चुनाव कराने पर (परिचर्चा) की बात कर रहे हैं. मैं तो प्रत्येक राज्य में एक दिन में चुनाव कराने को तरजीह दूंगा.’