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Friday, 19 April, 2024
होमदेशपहली बार ऐसा हुआ कि ट्रेजरी बेंच की वजह से बाधित हुई संसद की कार्यवाही, उर्दू प्रेस ने लिखा

पहली बार ऐसा हुआ कि ट्रेजरी बेंच की वजह से बाधित हुई संसद की कार्यवाही, उर्दू प्रेस ने लिखा

उर्दू मीडिया ने सप्ताह भर में विभिन्न समाचार घटनाओं को कैसे कवर किया, और उनमें से कुछ ने संपादकीय में क्या लिखा, इस बारे में दिप्रिंट का राउंड-अप.

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नई दिल्ली: जैसा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) लगातार कांग्रेस नेता राहुल गांधी को निशाना बना रही है और इस महीने की शुरुआत में ब्रिटेन में उनकी टिप्पणी पर माफी मांगने के लिए कह रही है, संसद में आगामी गतिरोध ने पूरे सप्ताह उर्दू प्रेस को व्यस्त रखा.

कैंब्रिज विश्वविद्यालय की अपनी यात्रा के दौरान, राहुल ने दावा किया था कि भारत में सत्ता द्वारा लोकतंत्र पर हमला किया गया. इस टिप्पणी के परिणामस्वरूप संसद में हंगामा हुआ, सत्तारूढ़ भाजपा के नेताओं ने विदेशी धरती पर भारत को “बदनाम” करने के लिए माफी की मांग की.

संसद में हंगामे के अलावा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार को मिली जमानत, 95वें अकादमी पुरस्कारों में भारतीय प्रोडक्शन का प्रदर्शन और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट पहले पेज पर छपने वाले अन्य मुद्दों में शामिल थे.

दिप्रिंट आपके लिए इस हफ्ते प्रमुख उर्दू अखबारों के पहले पन्ने पर सुर्खियां बटोरने वाली खबरों का साप्ताहिक राउंडअप लेकर आया है.

संसद में गतिरोध

यूके में राहुल की टिप्पणियों के खिलाफ भाजपा का विरोध पूरे सप्ताह के दौरान मुख्य फोकस बना रहा.

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रोज़नामा राष्ट्रीय सहारा ने 14 मार्च को अपनी मुख्य रिपोर्ट में कहा कि संसद के दोनों सदनों में शोरगुल के दृश्य देखे गए.

उसी दिन, सियासत ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के हवाले से सदन के नेता पीयूष गोयल से पूछा कि वह और उनकी पार्टी लोकसभा के सदस्य राहुल गांधी को दूसरे सदन में कैसे निशाना बना सकते हैं. नियम इस बात की इजाजत नहीं देते कि एक सदन के सदस्य पर दूसरे सदन में हमला किया जाए.

सियासत ने 15 मार्च को अपने संपादकीय ‘यूजिंग पार्लियामेंट फॉर पॉलिटिकल गेन्स’ में कहा था कि राहुल की टिप्पणी का विरोध करते हुए सार्वजनिक महत्व के मुद्दों को पृष्ठभूमि में धकेलना सही नहीं है. पेपर ने लिखा है कि ट्रेजरी और विपक्षी दोनों बेंचों को संसद का समय बर्बाद करने से बचना चाहिए.

16 मार्च को, सहारा ने बताया कि अडानी समूह के बारे में अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग के कथित खुलासे को लेकर विपक्ष एकजुट था. रिपोर्ट में कहा गया है कि लड़ाई संसद से सड़क तक पहुंच गई थी, जिसमें 17 विपक्षी दलों के 200 सांसदों ने प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय की ओर एक विरोध मार्च में भाग लिया था, जिसे दिल्ली पुलिस ने अंततः विजय चौक पर रोक दिया था.

इंकलाब और सियासत ने भी इसे अपनी लीड खबर बनाया.

इंकलाब ने 16 मार्च को अपने संपादकीय में राहुल की टिप्पणी पर विरोध करने के भाजपा के फैसले की आलोचना की थी. संपादकीय में कहा गया है कि इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ कि संसद की कार्यवाही को विपक्ष के बजाय ट्रेजरी बेंच द्वारा रोका गया हो.

संपादकीय में कहा गया है कि भाजपा को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उसने एक ऐसे व्यक्ति के शब्दों को क्यों लिया जिसे उन्होंने बार-बार अप्रासंगिक कहा है.

17 मार्च को सहारा ने बताया कि लगातार चौथे दिन संसद के किसी भी सदन में कोई कामकाज नहीं हो सका.

इसी अखबार की एक अलग रिपोर्ट में राहुल के हवाले से कहा गया है कि वह संसद में लगाए गए आरोपों का उसी मंच पर जवाब देंगे.

इस बीच, सियासत ने राहुल की प्रेस कॉन्फ्रेंस को दिन की अपनी मुख्य रिपोर्ट के रूप में छापा. इस लेख में, कांग्रेस नेता को यह कहते हुए उद्धृत गया था कि उनके बयान देश के खिलाफ नहीं थे और मोदी सरकार संसद में इसे उठाकर अडाणी पर सवाल उठाने से बच रही है.

ऑस्कर छाया रहा

तेलुगु सुपरहिट साउंड ट्रैक ‘नाटु नाटु’ ने 13 मार्च को 95वें अकादमी पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ ओरिजिनल सॉन्ग कैटेगरी में अवॉर्ड जीता, जबकि तमिल वृत्तचित्र ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ ने सर्वश्रेष्ठ शॉर्ट डॉक्युमेंट्री का पुरस्कार जीता.

ये तीनों जीत न सिर्फ उर्दू अखबारों के पहले पन्ने की सुर्खियां बनीं बल्कि संपादकीय में भी इनकी काफी चर्चा हुई.

सहारा ने 14 मार्च को अपनी रिपोर्ट में कहा था कि भारत ने दो ऑस्कर जीतकर इतिहास रच दिया है. रिपोर्ट ऑस्कर प्राप्तकर्ताओं की एक तस्वीर के साथ जारी की गई थी.

हैदराबाद के अखबार सियासत ने भी अपने पहले पन्ने पर इस खबर को छापा.

उसी दिन के अपने संपादकीय में, अखबार ने कहा कि हालांकि यह सच है कि डिजाइनर और चित्रकार भानु अथैया, फिल्म निर्माता सत्यजीत रे, संगीतकार और निर्देशक ए.आर. रहमान, और साउंड डिज़ाइनर रेसुल पुकुट्टी ने इससे पहले ऑस्कर जीता था, लेकिन रे (जिन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड मिला था) के अलावा किसी को भी भारतीय फिल्म के लिए काम करने के दौरान ऑस्कर नहीं मिला था.

सियासत के संपादकीय में कहा गया है कि तेलुगू फिल्म ‘आरआरआर’ के गीत ‘नाटु नाटु’ और डॉक्यमेंट्री ‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’ की सफलता भारतीय फिल्म निर्माताओं को प्रोत्साहित करेगी.

लालू और लैंड-फॉर-जॉब स्कैम

कथित लैंड-फॉर-जॉब स्कैम में लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच ने भी पहले पन्ने की सुर्खियां बटोरीं.

यह घोटाला, जिसमें कथित तौर पर रेलवे की नौकरियों के बदले औने-पौने दामों पर बड़ी-बड़ी जमीनें प्राप्त करने का आरोप लगाया गया था, साल 2004 से 2009 के बीच से संबंधित है जब लालू रेलमंत्री थे.

14 मार्च को, इंकलाब ने अपने पहले पन्ने पर खबर दी कि बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि भयभीत भाजपा उन्हें डराने की कोशिश कर रही है. तेजस्वी अपने पिता लालू, उनकी मां राबड़ी देवी और उनकी बहन मीसा भारती से जुड़े परिसरों पर ईडी और सीबीआई के छापे के हवाले से बोल रहे थे.

16 मार्च को सियासत और सहारा ने बताया कि लालू, उनकी पत्नी और बेटी को दिल्ली की एक अदालत ने इस मामले में ज़मानत दे दी है.

H3N2 वायरस

H3N2 वायरस और केंद्र सरकार की स्वास्थ्य सलाह ने भी उर्दू प्रेस की सुर्खियां बनी रहीं.

11 मार्च को एक संपादकीय में, सियासत ने लिखा कि H3N2 इन्फ्लुएंजा से निपटने के लिए तत्काल उपाय करने की आवश्यकता है और सरकार का काम केवल नागरिकों को उचित सावधानी बरतने के लिए कहने से समाप्त नहीं हो सकता.

इसमें कहा गया कि डॉक्टरों को सतर्क रहना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि ऑक्सीजन की कोई कमी न हो.

सहारा ने 15 मार्च को अपने पहले पन्ने पर खबर दी थी कि ऐसे समय में जब बदलता मौसम कई मौसमी बीमारियों का कारण बन रहा है, भारत H3N2 इन्फ्लुएंजा और H1N1 स्वाइन फ्लू की दोहरी चुनौती का सामना कर रहा है.

17 मार्च को, सियासत ने बताया कि केंद्र ने छह राज्यों – महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक – को बढ़ते कोविड मामलों को नियंत्रित करने के उपाय करने के लिए कहा था.

इमरान खान और तोशाखाना केस

पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान से जुड़े नाटक और जो अब तोशाखाना मामले के रूप में जाना जाने लगा है, उसमें उनकी कथित संलिप्तता ने भी उर्दू प्रेस में पहले पन्ने की खबर बनी रही.

14 मार्च को, सहारा ने बताया कि एक महिला न्यायाधीश को धमकी देने के लिए खान के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था.

15 मार्च को, सियासत ने बताया कि इस्लामाबाद पुलिस ने खान को गिरफ्तार करने का एक और असफल प्रयास किया. इंकलाब ने बताया कि स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी.

16 मार्च को, सहारा ने बताया कि लाहौर उच्च न्यायालय ने गुरुवार सुबह 10 बजे तक खान की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी.

(संपादनः शिव पाण्डेय)
(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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