नयी दिल्ली, सात अक्टूबर (भाषा) दिल्ली के एक प्रमुख निजी अस्पताल के चिकित्सकों ने किडनी रोग, उच्च रक्तचाप और गठिया से पीड़ित 83 वर्षीय एक व्यक्ति में न्यूनतम चीरा लगाकर ‘ड्यूअल-चैंबर लीडलेस पेसमेकर’ प्रतिरोपित किया। अस्पताल ने यह जानकारी दी।
मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, साकेत की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि यह प्रक्रिया एक ऐतिहासिक क्षण है, क्योंकि चिकित्सकों ने भारत में पहली बार ‘ड्यूअल-चैम्बर लीडलेस पेसमेकर’ का प्रतिरोपण किया है।
बयान में कहा गया है कि पारंपरिक पेसमेकर में सीने में चीरा लगाने और उपकरण को हृदय से जोड़ने के लिये तार की आवश्यकता होती है, लेकिन इस आधुनिक पेसमेकर को कैथेटर के जरिये प्रतिरोपित किया जाता है और इसके चलते चीरा लगाने (सर्जिकल कट) या टांके लगाने की आवश्यकता समाप्त हो जाती है।
मैक्स अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. बलबीर सिंह के नेतृत्व में टीम ने ‘एवीईआईआर डीआर ड्यूअल-चैंबर लीडलेस पेसमेकर’ प्रतिरोपित किया।
उन्होंने कहा, ‘मरीज सर्जरी के कुछ ही घंटों बाद चलने-फिरने में सक्षम हो गया। उल्लेखनीय बात यह है कि सर्जरी के एक दिन बाद ही उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।’
भाषा
राखी दिलीप
दिलीप
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