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Sunday, 30 June, 2024
होमदेश‘मेरे लिए आप बड़े महासागरीय देश हैं न कि छोटे द्वीप राज्य’, FIPIC सम्मेलन में बोले प्रधानमंत्री मोदी

‘मेरे लिए आप बड़े महासागरीय देश हैं न कि छोटे द्वीप राज्य’, FIPIC सम्मेलन में बोले प्रधानमंत्री मोदी

FIPIC समिट को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत बिना किसी झिझक के प्रशांत महासागर स्थित द्वीप देशों के साथ अपने अनुभव और क्षमताएं साझा करने को तैयार है.

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नई दिल्ली: पापुआ न्यू गिनी में सोमवार को तीसरे भारत-प्रशांत द्वीप सहयोग (FIPIC) शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत बहुपक्षवाद में विश्वास करता है और एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी भारत-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन करता है.

पीएम मोदी ने मंच पर बोलते हुए यह भी कहा कि उनके लिए, प्रशांत महासागर में स्थित द्वीप राष्ट्र “बड़े महासागरीय देश हैं न कि छोटे द्वीप राज्य”. प्रधानमंत्री मोदी पापुआ न्यू गिनी के प्रधान मंत्री जेम्स मारपे के साथ तीसरे भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग (FIPIC) शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता कर रहे हैं. 

FIPIC समिट को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत बिना किसी झिझक के प्रशांत महासागर स्थित द्वीप देशों के साथ अपने अनुभव और क्षमताएं साझा करने को तैयार है.

उन्होंने कहा, “भारत को आपका विकास भागीदार होने पर गर्व है. आप भारत पर एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में भरोसा कर सकते हैं. हम बिना किसी हिचकिचाहट के आपके साथ अपने अनुभव और क्षमताओं को साझा करने के लिए तैयार हैं. हम बहुपक्षवाद में विश्वास करते हैं और एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी भारत-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन करते हैं.” 

कोरोना महामारी के प्रभाव पर बोलते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि इसका प्रभाव ग्लोबल साउथ में सबसे अधिक देखा गया था.

पीएम मोदी ने कहा, “जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक आपदा, भूख, गरीबी और स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियां पहले से ही थीं, अब नई समस्याएं पैदा हो रही हैं. लेकिन मुझे खुशी है कि भारत मुश्किल के समय में अपने मित्र प्रशांत द्वीप देशों के साथ खड़ा रहा.”

भारत जी-20 के माध्यम से ग्लोबल साउथ की चिंताओं, उनकी अपेक्षाओं और उनकी आकांक्षाओं को दुनिया तक पहुंचाना अपनी जिम्मेदारी समझता है. उन्होंने कहा, जी7 शिखर सम्मेलन में भी पिछले दो दिनों में मेरा यही प्रयास था.

इससे पहले आज, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पापुआ न्यू गिनी के उनके समकक्ष के साथ पोर्ट मोरेस्बी में एक द्विपक्षीय बैठक की जिसमें वाणिज्य, प्रौद्योगिकी और स्वास्थ्य सेवा के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन पर सहयोग को लेकर चर्चा की गई.

वार्ता को सकारात्मक बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्होंने भारत और पापुआ न्यू गिनी के बीच द्विपक्षीय संबंधों की पूरी श्रृंखला को कवर किया.

पीएम मोदी ने ट्वीट किया, “प्रधानमंत्री जेम्स मारापे और मैंने भारत और पापुआ न्यू गिनी के बीच द्विपक्षीय संबंधों की पूरी श्रृंखला को कवर करते हुए बहुत ही जरूरी बातचीत की. हमने वाणिज्य, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सेवा और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दे पर एक-दूसरे का सहयोग बढ़ाने को लेकर चर्चा की.”

इसके अलावा, दोनों नेताओं ने पापुआ न्यू गिनी की टोक पिसिन भाषा में तमिल क्लासिक ‘थिरुक्कुरल’ का अनुवाद भी लॉन्च किया.

पुस्तक, जिसे भारत और पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्रियों द्वारा लॉन्च किया गया था, इसके लेखक सुभा ससींद्रन और वेस्ट न्यू ब्रिटेन प्रांत के गवर्नर ससीन्द्रन मुथुवेल हैं.

पीएम मोदी अपनी तीन देशों की यात्रा के दूसरे चरण में इंडो-पैसिफिक देश पहुंचे हैं. पीएम मोदी के आगमन पर, भारतीय राष्ट्रगान बजाया गया और दोनों प्रधान मंत्री सम्मान में खड़े रहे. आगमन पर पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया.

यह पीएम मोदी का पापुआ न्यू गिनी का पहला दौरा है, साथ ही यह किसी भी भारतीय प्रधान मंत्री द्वारा इंडो-पैसिफिक देश का पहला दौरा है.


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