गुवाहाटी, 18 मई (भाषा) असम के मुख्य सचिव रवि कोटा ने आगामी मानसून के मौसम से पहले राज्य में बाढ़ से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की और सभी विभागों व एजेंसियों से आपसी समन्वय के साथ कार्य करने का आह्वान किया। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को हुई समीक्षा बैठक में विभिन्न विभागों और केंद्रीय एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी मौजूद थे तथा जिला आयुक्त ऑनलाइन माध्यम से चर्चा में शामिल हुए।
बैठक के दौरान, असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्ञानेंद्र डी त्रिपाठी ने राज्य और जिला स्तर पर विभिन्न तैयारी उपायों पर एजेंसी द्वारा की गई पहलों पर एक व्यापक प्रस्तुति दी।
त्रिपाठी ने कहा कि बाढ़ की तैयारियों की समीक्षा के लिए विभिन्न हितधारकों के साथ सात विषयगत बैठकें और सभी जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों (डीडीएमए) के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई है।
कोटा ने सभी विभागों और एजेंसियों से बाढ़ के मौसम के दौरान एएसडीएमए के साथ समन्वय में काम करने का अनुरोध किया, ताकि बाढ़ की स्थिति का प्रभावी ढंग से प्रबंधन किया जा सके।
दक्षिण-पश्चिमी मानसून के जून की शुरुआत में पूर्वोत्तर क्षेत्र में प्रवेश करने की उम्मीद है।
बैठक के दौरान, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की पहली बटालियन के अधिकारियों ने जानकारी दी कि उनकी कुल 18 टीमों में से 14 टीम असम में तैनात हैं, जिन्हें कछार, बोंगाईगांव, बारपेटा और जोरहाट जिलों में तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ की 12वीं बटालियन की टीम डिब्रूगढ़, शिवसागर, धेमाजी और सोनितपुर जिलों में तैनात की जाएंगी।
अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाओं के अधिकारियों ने बताया कि आगामी मानसून के मौसम के लिए राज्य के 58 स्थानों पर 299 बचाव नौकाओं के साथ एसडीआरएफ के 639 कर्मियों को तैनात किया गया है।
भाषा योगेश नेत्रपाल
नेत्रपाल
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