नयी दिल्ली, एक अप्रैल (भाषा) आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि पांच पूर्व केंद्रीय मंत्रियों ने राष्ट्रीय राजधानी में सरकारी आवास खाली करने की इच्छा व्यक्त की है। ये नेता अब भी अपनी पात्रता से ऊपर के बंगलों में रह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्व शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी बताया है कि वह 27, सफदरजंग रोड बंगला खाली करेंगे। उन्हें हाल ही में संपदा निदेशालय ने बेदखली का नोटिस दिया था। अधिकारियों के मुताबिक पोखरियाल का बंगला नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को आवंटित किया गया है।
इस बीच कुछ अन्य पूर्व मंत्रियों, प्रकाश जावड़ेकर और हर्षवर्धन, ने पहले ही मंत्रालय को सूचित कर दिया है कि वे अपने संबंधित आधिकारिक बंगले खाली कर देंगे। एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “वे जल्द ही अपनी पात्रता श्रेणी (टाइप-7 बंगला) में चले जाएंगे।”
अधिकारी ने कहा कि वर्तमान में पांच पूर्व मंत्रियों ने अपने द्वारा उपयोग किए जा रहे टाइप-8 बंगलों को खाली करने की इच्छा व्यक्त की है।
शुक्रवार को केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने को चिराग पासवान को 12 जनपथ बंगले से बेदखल करने की प्रक्रिया पूरी की जो 1990 में उनके दिवंगत पिता रामविलास पासवान को आवंटित किया गया था।
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने मंत्रियों और सांसदों के लिए आवास नियमों के बारे में बात करते हुए कहा कि टाइप-8 बंगले केंद्रीय मंत्रियों और न्यायपालिका के वरिष्ठ सदस्यों को आवंटित किए जाते हैं।
पूर्व मंत्री आमतौर पर टाइप-7 आवास के हकदार होते हैं।
अधिकारी ने बताया, “लोकसभा और राज्यसभा की भी अपनी आवास समितियां हैं जो अपने सदस्यों को अपने कोटे से सरकारी आवास आवंटित करती हैं। उनके पास कुछ टाइप-8 बंगले भी हैं (राज्य सभा और लोकसभा आवास समितियां), लेकिन सांसदों को आमतौर पर टाइप-7 श्रेणी से कम वाले बंगले दिए जाते हैं।”
भाषा
प्रशांत पवनेश
पवनेश
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