लखनऊ, चार अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की महानगर पुलिस ने एक महिला की मौत के मामले में उसके अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) पति और उनके परिवार के चार अन्य सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार 30 जुलाई को अपर पुलिस अधीक्षक (सीबी-सीआईडी) मुकेश प्रताप सिंह की पत्नी नितेश सिंह लखनऊ के महानगर थाना क्षेत्र के रिज़र्व पुलिस लाइन स्थित अपने पति के सरकारी आवास में मृत पाई गईं।
मृतक महिला के भाई प्रमोद कुमार द्वारा पुलिस को दो अगस्त को दी गई तहरीर के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई, जिसमें दावा किया गया कि नितेश ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उनकी ‘पूर्व नियोजित’ हत्या की गई।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘पीड़िता के भाई की शिकायत के आधार पर महानगर पुलिस थाना में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले की जांच की जा रही है और अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।’
दर्ज प्राथमिकी में प्रमोद कुमार ने अपने बहनोई मुकेश प्रताप सिंह, उसके माता-पिता रमेश चंद्र वर्मा और सुधा चंदा, उसके भाई अनुभव और एक महिला (पीड़िता की भाभी) पर नितेश को नियमित रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।
उन्होंने आरोप लगाया कि मुकेश का एक महिला के साथ संबंध था और उसकी बहन अक्सर अपने परिवार को इस संबंध के कारण होने वाले उत्पीड़न के बारे में बताती थी।
प्रमोद द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में यह भी कहा गया है कि 30 जुलाई को दोपहर करीब तीन बजे, नितेश की बेटी अनन्या ने अपने चाचा को फोन करके बताया कि पिछली शाम उसके माता-पिता के बीच झगड़ा हुआ था। इसके बाद अनन्या ने अपनी मां को पंखे से लटका पाया।
जब परिवार घटनास्थल पर पहुंचा, तो उन्होंने नितेश का शव फर्श पर पड़ा पाया और मुकेश के परिवार के सदस्य गायब थे।
प्रमोद के अनुसार, ‘उन्होंने पहले भी मेरी बहन के साथ कई बार मारपीट की थी और उस पर तलाक का दबाव बना रहे थे। मुझे यकीन है कि उन्होंने योजनाबद्ध तरीके से उसकी हत्या की।’
पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि दर्ज प्राथमिकी में सभी पांचों आरोपियों के नाम हैं और कानून की संबंधित धाराओं के तहत जांच जारी है।
इसके पहले, पुलिस अधिकारियों ने आशंका जताई थी कि नितेश ने निजी परेशानी और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के कारण आत्महत्या की होगी। मुकेश और नितेश की शादी 2012 में हुई थी और उनके तीन बच्चे हैं।
भाषा किशोर आनन्द संतोष
संतोष
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