scorecardresearch
Friday, 3 May, 2024
होमदेश'हॉर्स ट्रेडिंग पर GST' के बयान पर ट्रोल हुईं वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण

‘हॉर्स ट्रेडिंग पर GST’ के बयान पर ट्रोल हुईं वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण

निर्मला सीतारमण का यह बयान ट्विटर पर खूब शेयर किया जा रहा है और लोग इसका मजाक बनाते हुए उन्हें ट्रोल कर रहे हैं.

Text Size:

नई दिल्ली: हॉर्स रेसिंग की जगह हॉर्स ट्रेडिंग पर जीएसटी बोलकर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गई हैं. सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने ट्वीट कर उन पर तंज कसा है. इसके अलावा तमाम लोग उन्हें ट्रोल कर रहे हैं.

सीपीएम नेता येचुरी ने ट्वीट किया है कि, ‘सत्य सरपट दौड़ता है?, हॉर्स ट्रेडिंग पर जीएसटी! कृपया आगे बढ़ें.’

सीपीएम नेता ने यूजर रवि नायर का ट्वीट शेयर किया है. रवि नायर ने लिखा है, ‘केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण हॉर्स ट्रेडिंग पर जीएसटी चाहती हैं. नायर ने ऐसा कहते हुए उनका मजाक बनाया है.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

एक यूजर डॉ. विनीत पुनिया ने रुचिरा चतुर्वेदी का ट्वीट शेयर किया है, रुचिरा ने हॉर्स ट्रेडिंग पर जीएसटी कहकर मजाक उड़ाया है.

वहीं विनीत ने निर्मला सीतारमण को टैग करते हुए लिखा है, ‘हम निर्मला सीतारमण के हॉर्स ट्रेडिंग पर जीएसटी के प्रस्ताव का स्वागत करते हैं. लेकिन सम्मानित पीएम और गृहमंत्री इस एंटी बीजेपी टैक्स को मंजूरी नहीं देंगे.’

कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी रुचिरा चतुर्वेदी के ट्वीट शेयर करते हुए और सीतारमण को टैग करते हुए लिखा है,’ मैं जानता था @nsitharaman जी में (मतपत्र) बॉक्स से बाहर सोचने की क्षमता है. हां निर्मला जी, खरीद-फरोख्त पर जीएसटी लगना चाहिए.’

एक यूजर श्रीनिवास बीवी ने उनके बयान वाले वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, तो ‘हार्स ट्रेडिंग’ आधिकारिक हो गया है! निर्मला जी, GST का क्या होने वाला है?’

वरिष्ठ पत्रकार ओमनाथ थानवी ने भी मजाक उड़ाया है. उन्होंने लिखा है, ‘हाहाहाहा, जीएसटी पर हॉर्स ट्रेडिंग! बुरा विचार नहीं है. तेजी से भरेगा सरकारी खजाना!.’

जेएनयू छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष और छात्र संगठन आइसा की एक्टिविस्ट सुचेता डे ने लिखा है, ‘हॉर्स ट्रेडिंग को किसी और के नहीं बल्कि भारत के एफएम के द्वारा आर्थिक गतिविधि के रूप में मान्यता दी जा रही है. #MaharashtraPolitcalCrisis

क्या है हार्स ट्रेडिंग

गौरतलब है कि भाजपा पर राज्यों की सरकारों के तोड़फोड़ के आरोप लग रहे हैं. जिसे तमाम लो हार्स ट्रेडिंग का आरोप लगा रहे हैं. वैसे परिभाषा के अनुसार हॉर्स ट्रेडिंग का मतलब घोड़ों को बेचना और खरीदना होता है लेकिन इसका रूपक के तौर पर राजनीति में तोड़फोड़ के संदर्भ में इस्तेमाल होता है.

share & View comments