ठाणे, 20 नवंबर (भाषा) नवी मुंबई में एक फर्जी कॉल सेंटर के जरिए अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाकर 12 करोड़ रुपये की साइबर ठगी करने के आरोप में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस को संदेह है कि इस अपराध का दायरा काफी बड़ा है और इसमें कई वांछित आरोपी शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि नवी मुंबई के तुर्भे इलाके से संचालित हो रहे इस कॉल सेंटर के खिलाफ बृहस्पतिवार को कार्रवाई की गई।
नवी मुंबई साइबर पुलिस थाना और अपराध शाखा ने यह कार्रवाई की।
पुलिस को 18 नवंबर को सूचना मिली कि नागरिकों को ठगने के लिए विभिन्न फर्जी कंपनियों की आड़ में एक कॉल सेंटर संचालित किया जा रहा है जिसके बाद तत्काल ही पुलिस की एक संयुक्त टीम ने वहां छापा मारा और धोखाधड़ी के दो अलग-अलग तरीकों का पर्दाफाश किया।
आधिकारिक बयान के अनुसार, पहले तरीके में कॉल सेंटर के कर्मचारी व्हाट्सऐप समूहों के माध्यम से अमेरिका में रहने वाले नागरिकों को निशाना बनाते थे और शेयर बाजार में निवेश पर ऊंचा मुनाफा दिलाने का झांसा देते थे। इसके अलावा, वे अमेरिकी नागरिकों के कंप्यूटरों पर रैनसमवेयर या मैलवेयर हमला कर उन्हें ठगी का शिकार बनाते थे।
बयान में कहा गया कि छापे के दौरान बड़े पैमाने पर फैले इस वित्तीय अपराध का खुलासा हुआ।
इसमें बताया गया कि जांचकर्ताओं को फर्जी कॉल सेंटर में 97 लोग काम करते मिले और वहां मौजूद लोगों द्वारा उपयोग किए जा रहे कई व्हाट्सऐप नंबर तथा बैंक खातों की जानकारी भी मिली।
बयान में कहा गया कि 71 बैंक खातों के लेनदेन की जांच की गई, जिनके विवरण अमेरिकी नागरिकों और अन्य लोगों को धोखाधड़ी के लिए भेजे गए थे।
पुलिस ने बताया कि इनमें से 61 खातों में कुल 12.29 करोड़ रुपये का लेनदेन पाया गया।
बयान में कहा गया कि इन बैंक खातों में से कुछ की जांच गृह मंत्रालय द्वारा विकसित राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर की गई, जहां देशभर में साइबर ठगी की ऐसी 31 शिकायतें दर्ज होने की जानकारी मिली।
इसमें कहा गया कि पुलिस ने छापे के दौरान 108 कंप्यूटर, 38 मोबाइल फोन और पांच जीएसएम सर्वर जब्त किए।
ठाणे के साइबर पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 318(4) (धोखाधड़ी कर संपत्ति दिलाना), 319(2) (भेष बदलकर धोखाधड़ी करने पर दंड) और 61(2) (आपराधिक साजिश) सहित सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस के अनुसार, अब तक इस मामले में 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और स्थानीय मजिस्ट्रेट ने उन्हें 23 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
भाषा
राखी नेत्रपाल
नेत्रपाल
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