रामनगर (कर्नाटक), चार अक्टूबर (भाषा) बेंगलुरु दक्षिण जिले के चेन्नपटना में करीब 40 वर्ष के एक हाथी की बिजली के तार की चपेट में आने से मौत हो गई। वन अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उप वन संरक्षक (डीसीएफ) रामकृष्णाप्पा सागर के अनुसार शुक्रवार को हाथी नारियल के पत्ते खाने की कोशिश कर रहा था कि तभी वह ऊपर से गुजर रहे बिजली के तार के संपर्क में आ गया।
उन्होंने कहा, ‘‘करंट लगने से हाथी की मौके पर ही मौत हो गई।’’
वन अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे और प्रारंभिक जांच शुरू की।
यह घटना चामराजनगर जिले के माले महादेश्वर हिल्स में एक बाघ के मृत पाए जाने के एक दिन बाद हुई है।
वन विभाग ने एक बयान में कहा कि विभाग ने एक बैठक कर चेन्नपटना में गोल्लारदोड्डी के पास हाथी की मौत के कारणों की समीक्षा की।
अधिकारियों ने बताया कि बिजली का करंट लगने से हर साल औसतन 14 हाथियों की मौत होती है लेकिन इस साल यह संख्या घट गई और सात हाथियों की मौत दर्ज की गई।
बयान में कहा गया, ‘‘किसानों और संपत्ति मालिकों से आग्रह किया गया है कि वे अपनी बाड़ में अवैध रूप से बिजली का प्रयोग न करें। निरीक्षण किया जा रहा है।’’
कर्नाटक के वन मंत्री ईश्वर खांडरे ने अधिकारियों को वन क्षेत्रों में और उसके आसपास लटके हुई बिजली के तारों की मरम्मत कराए जाने के मकसद से बिजली आपूर्ति कंपनियों को पत्र लिखने के निर्देश दिए जिससे हाथियों की ऐसी मौतों को रोका जा सके।
भाषा यासिर नेत्रपाल
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