कोलकाता, 30 अक्टूबर (भाषा) पश्चिम बंगाल में पश्चिम मेदिनीपुर जिले के एक बुज़ुर्ग व्यक्ति ने कथित तौर पर मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) से परेशान होकर बीरभूम में आत्महत्या कर ली। जान गंवाने वाले व्यक्ति के परिजनों ने बृहस्पतिवार को यह दावा किया।
पिछले 72 घंटों में पश्चिम बंगाल में इस वजह से यह दूसरी मौत है। इससे पहले कोलकाता के पास पानीहाटी में एक शख्स ने खुदकुशी कर ली थी। कूचबिहार में एक किसान ने भी अपनी जान लेने की कोशिश की और वह फिलहाल अस्पताल में भर्ती है।
पुलिस के अनुसार, मृतक की पहचान क्षितिज मजूमदार के रूप में हुई है। मजूमदार का शव बुधवार रात बीरभूम जिले के इल्लमबाजार इलाके में उसकी बेटी के घर पर फंदे से लटका पाया गया।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘बुज़ुर्ग व्यक्ति का शव इल्लमबाजार स्थित उसकी बेटी के घर के एक कमरे में फंदे से लटका पाया गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उसके परिवार का आरोप है कि मतदाता सूची के सत्यापन प्रक्रिया के कारण नाम कट जाने के डर से वह काफी तनाव में था।’’
परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि मजूमदार यह जानने के बाद चिंतित हो गए थे कि उनका नाम 2002 की मतदाता सूची में नहीं है।
परिवार के एक सदस्य ने कहा,‘‘वह अक्सर कहा करते थे कि चूंकि उनका नाम 2002 की मतदाता सूची में नहीं है, तो क्या उन्हें बांग्लादेश वापस जाना होगा?’’ उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर वह मानसिक रूप से परेशान थे।
पुलिस ने अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस घटना के संबंध में निर्वाचन आयोग की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
भाषा नोमान संतोष
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