कोच्चि/मुंबई, 12 जून (भाषा) भारतीय तटरक्षक और अन्य एजेंसियां सिंगापुर के ध्वज वाले मालवाहक पोत ‘एमवी वान हाई 503’ में लगी आग को बुझाने के लिए दिन-रात काम कर रही हैं।
इस सप्ताह की शुरुआत में कोलंबो से मुंबई जाते समय केरल तट के पास एक कंटेनर में विस्फोट होने के बाद इस पोत में आग लग गई थी।
पोत महानिदेशक द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, ‘अब लगभग 40 प्रतिशत आग पर काबू पा लिया गया है। जहाज अभी भी तैर रहा है, लेकिन उसमें कोई चालक नहीं है और वह धीरे-धीरे अरब सागर में दक्षिण-पूर्व की ओर बह रहा है।’
एक बड़ा कदम उठाते हुए बचाव विशेषज्ञों और तटरक्षक गोताखोरों की एक टीम जहाज पर चढ़ने में सफल रही। इसमें ‘साल्वेज मास्टर’ भी शामिल हैं, जो अब जहाज पर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल ध्यान पोत को तट से दूर रखने और आग को पूरी तरह बुझाने पर केंद्रित हैं। आग बुझाने के अभियान का नेतृत्व भारतीय तटरक्षक पोत समुद्र प्रहरी और समर्थ कर रहे हैं। आग और न फैले, इसके लिए फोम तथा सीमा कूलन अभियान चलाया जा रहा है।
पोत महानिदेशक ने कहा, ‘बचाव दल ने हाइड्रोकार्बन वाष्प देखे हैं, जिससे ईंधन टैंकों के पास गर्मी होने की संभावना है। इसलिए आग बढ़ने की आशंका को देखते हुए लगातार निगरानी की जा रही है।’
अन्य पोत राजदूत, अर्नवेश, अभिनव और आईसीजीएस 513 इलाके में खोज और बचाव अभियान संचालित कर रहे हैं। पोत पर सवार चालक दल के 22 सदस्यों में से 18 को बचा लिया गया जबकि चार अभी भी लापता हैं।
पहले प्रयास विफल होने के बाद, मालवाहक जहाज और आपातकालीन टोइंग पोत (खींचने वाले पोत) वाटर लिली तथा तटरक्षक परिसंपत्ति के बीच सफलतापूर्वक ‘टो कनेक्शन’ स्थापित किया गया। इसके लिए समुद्री आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र (एमईआरसी) और आईसीजी कर्मियों ने संयुक्त प्रयास किए।
अधिकारियों का कहना है कि ईंधन टैंकों के पास खतरनाक सामान (माल) रखे होने और हाइड्रोकार्बन वाष्प के कारण अभी भी खतरा बना हुआ है।
हालांकि, नौवहन महानिदेशालय के अधिकारियों का कहना है कि स्थिरीकरण कार्य जारी है, तथा भारतीय नौसेना, समुद्री एजेंसियों और जहाज के मालिकों सहित सभी संबंधित पक्षों के साथ दैनिक बैठकें हो रही हैं।
तटरक्षक बल ने अभियान में सहयोग के लिए अपनी टीम के पांच सदस्यों को भी भेजा था, जिनमें तीन बचाव विशेषज्ञ और दो बचाव गोताखोर शामिल थे।
अधिकारियों ने बताया कि आग पर काबू पाने में लगे कर्मचारियों की सहायता के लिए फोम और सूखे रासायनिक पाउडर सहित अतिरिक्त अग्निशमन सामग्री भेजी जा रही है।
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भाषा योगेश मनीषा
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