नयी दिल्ली, 25 मार्च (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को ‘नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड’ (एनएसईएल) से जुड़े धन शोधन के एक मामले में शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक की 11.35 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की।
संघीय जांच एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत ठाणे (मुंबई के पास) में सरनाईक के ‘कब्जे वाले’दो फ्लैट और जमीन के एक हिस्से की कुर्की के लिए एक अस्थायी आदेश जारी किया।
सरनाईक (57) महाराष्ट्र विधानसभा में ओवला-माजीवडा विधानसभा का प्रतिनिधित्व करते हैं और अपनी पार्टी के प्रवक्ता भी हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की 2013 की प्राथमिकी का संज्ञान लेने के बाद एनएसईएल के निदेशकों, प्रमुख अधिकारियों और 25 डिफॉल्टर के खिलाफ जांच शुरू की है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बताया कि आरोपियों ने निवेशकों को धोखा देने के लिए एक ‘‘आपराधिक साजिश’’ रची, जिसमें एनएसईएल के मंच पर व्यापार करने के लिए उकसाना, फर्जी गोदाम रसीद जैसे जाली दस्तावेज बनाना, खातों में फर्जीवाड़ा करना शामिल है और इस तरह लगभग 13,000 निवेशकों के साथ 5,600 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई।
एजेंसी ने कहा कि जांच में पाया गया, ‘‘विभिन्न निवेशकों से एकत्र किए गए धन को एनएसईएल के ‘बॉरोअर्स/ट्रेडिंग’ सदस्यों द्वारा अन्य गतिविधियों जैसे रियल एस्टेट में निवेश, बकाया ऋणों की अदायगी और अन्य गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया गया।
सरनाईक और उनकी कम्पनियों की भूमिका के बारे में एजेंसी ने बताया कि एनएसईएल के डिफॉल्टर की ‘आस्था ग्रुप’ नामक एक कम्पनी को एक्सचेंज के 242.66 करोड़ रुपये देने हैं।
ईडी ने आरोप लगाया, ‘‘आस्था समूह ने 21.74 करोड़ रुपये की राशि विहंग आस्था हाउसिंग परियोजना एलएलपी में वर्ष 2012-13 के दौरान हस्तांतरित किया। विहंग आस्था हाउसिंग परियोजना एलएलपी को प्राप्त कुल 21.74 करोड़ रुपये राशि में से 11.35 करोड़ रुपये विहंग इंटरप्राइसेस और विहंग इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित किया गया और इन दोनों कंपनियों को प्रताप सरनाईक और उनके परिवार के सदस्य नियंत्रित कर रहे थे।’’
एजेंसी के मुताबिक आस्था समूह से आई बाकी 10.50 करोड़ रुपये राशि का भुगतान योगेश देशमुख को किया गया।
ईडी ने बताया,‘‘यह राशि (10.50करोड़ रुपये) पहले ही पीएमएलए के तहत कुर्क कर ली गई है और इसकी पुष्टि पीएमएलए का न्यायनिर्णय प्राधिकरण कर चुका है।’’
एजेंसी ने बताया कि इस मामले में अबतक 3,254.02 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है।
ईडी ने सरनाईक के परिसरों में छापेमारी की कार्रवाई की थी और मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) की परियोजनाओं को निजी सुरक्षा गार्ड मुहैया कराने में कथित वित्तीय अनियमितता से जुड़े धनशोधन के आरोप के तहत उनसे वर्ष2020 में पूछताछ की गई थी।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस सप्ताह धन शोधन के एक मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के रिश्तेदार श्रीधर माधव पाटनकर की कम्पनी ‘श्री साईबाबा गृहनिर्मिती प्राइवेट लिमिटेड’ की 6.45 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की थी।
महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के कई राजनेताओं तथा मंत्रियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय कार्रवाई कर रहा है।
महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता नवाब मलिक को भी प्रवर्तन निदेशालय ने हाल ही में धन शोधन के मामले में गिरफ्तार किया था, इससे पहले महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को भी पिछले साल नवंबर में एजेंसी ने धन शोधन के एक मामले में गिरफ्तार किया था।
एजेंसी ने धन शोधन के मामले में शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत की पत्नी वर्षा से पूछताछ की थी जबकि अनिल देशमुख के मामले में पार्टी नेता और मंत्री अनिल परब से भी सवाल जवाब किया गया था।
शिवसेना सांसद भावना गवली भी धनशोधन के मामले की जांच का सामना कर रही हैं।
एनसीपी के नेता प्रफुल्ल पटेल से ईडी ने पूछताछ की है जबकि पार्टी के एक अन्य नेता एकनाथ खडसे की संपत्ति कुर्क की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे की बेटी और दामाद की संपत्ति भी कुर्क की गई है जबकि शिवसेना नेता आनंदराव अदसुल भी ईडी की नजर में है और एजेंसी समन देने के लिए उनके घर पहुंची थी।
भाषा धीरज पवनेश
पवनेश
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