नयी दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को कहा कि उसने मनी लॉन्डरिंग जांच के सिलसिले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के एक रिश्तेदार के स्वामित्व वाली कंपनी की 6.45 करोड़ रुपये की संपत्तियां कुर्क की हैं.
ईडी ने एक बयान में कहा कि उसने श्री साईबाबा गृहनिर्मिति प्राइवेट लिमिटेड के मुंबई के निकट ठाणे में स्थित नीलांबरी परियोजना में 11 आवासीय फ्लैटों को कुर्क करने के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक अस्थायी आदेश जारी किया है.
इसमें कहा गया है कि ठाकरे की पत्नी रश्मि के भाई श्रीधर माधव पाटनकर, श्री साईबाबा गृहनिर्मिति प्राइवेट लिमिटेड के मालिक हैं और उसे नियंत्रित करते हैं.
शिवसेना नेता राउत ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के रिश्तेदार के विरुद्ध धन शोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जांच करने से निरंकुशता का पता चलता है. उन्होंने कहा कि कहा, ‘भाजपा उन राज्यों में इस प्रकार की कार्रवाई कर रही है जहां वह सत्ता में नहीं है. इसका उद्देश्य सत्ता है.’ उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई से एजेंसी की निरंकुशता का पता चलता है.
वहीं एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस कार्रवाई के पीछे राजनीतिक कारण हैं. पवार ने कहा, ‘इन संसाधनों (केंद्रीय एजेंसियों) का दुरुपयोग आज राष्ट्र के सामने एक महत्वपूर्ण मुद्दा है. यह कार्रवाई राजनीतिक कारणों से कुछ लोगों को परेशान करने के लिए की गई है.’
यह भी पढ़ेंः भाजपा नीत केंद्र सरकार की सबसे बड़ी सहयोगी हैं सीबीआई, ईडी, अन्य एजेंसियां : शत्रुघ्न सिन्हा