नयी दिल्ली, एक मार्च (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को कहा कि उसने एक कंपनी के प्रवर्तक दंपति को धनशोधन रोधी कानून के तहत दिल्ली हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया है, जिसने कथित तौर पर ‘‘क्लाउड पार्टिकल घोटाले’’ के माध्यम से अनेक निवेशकों को धोखा दिया था।
संघीय एजेंसी ने एक बयान में कहा कि सुखविंदर सिंह खरौर और डिंपल खरौर को बृहस्पतिवार को हिरासत में लिया गया।
इसने कहा कि पंजाब के जालंधर में धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत ने ‘‘मास्टरमाइंड’’ सुखविंदर सिंह खरौर को दस दिन के लिए और उसकी पत्नी डिंपल खरौर को पांच दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया।
ईडी द्वारा जारी लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) के आधार पर दोनों को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया गया था।
पिछले महीने ईडी ने इस मामले में आरिफ निसार नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था।
एजेंसी ने कहा कि व्यूनो ग्रुप का मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं संस्थापक सुखविंदर सिंह खरौर इस घोटाले का ‘मास्टरमाइंड’ है।
ईडी ने कहा कि मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने अपने करीबी सहयोगियों के साथ मिलकर हजारों करोड़ रुपये के ‘क्लाउड पार्टिकल घोटाले’ को अंजाम दिया, जहां निवेशकों की मेहनत की कमाई को आरोपी व्यक्तियों ने अपने निजी लाभ के लिए ‘‘हड़प’’ लिया।
एजेंसी के अनुसार, इन आपराधिक गतिविधियों से 3,558 करोड़ रुपये की आय अर्जित की गई और इसका उपयोग व्यावसायिक उद्देश्यों के अलावा अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया।
भाषा नेत्रपाल रंजन
रंजन
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.