नयी दिल्ली, दो मई (भाषा) वाणिज्य मंत्रालय जल्द ही भारत और यूएई के बीच हाल ही में हुए मुक्त व्यापार समझौते पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (एफएक्यू) जारी करेगा।
एक अधिकारी ने कहा कि इस विस्तृत एफएक्यू से घरेलू उद्योग को इस समझौते के लाभों को सरल तरीके से समझने में मदद मिलेगी।
भारत-यूएई व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) पर दोनों देशों ने 18 फरवरी को हस्ताक्षर किए थे और यह एक मई से लागू भी हो गया है।
अधिकारी ने कहा कि एफएक्यू के जरिए घरेलू उद्योग को समझौते से मिलने वाले लाभों सहित सभी प्रमुख सवालों के जवाब दिए जाएंगे। इसमें भारत और यूएई द्वारा वस्तु व्यापार में एक दूसरे को दी जाने वाली रियायतें, बहिष्करण सूची में उत्पादों की महत्वपूर्ण श्रेणियां, भारत के लिए निर्यात के अवसर और समझौते के तहत ‘उत्पत्ति उत्पादों’ की परिभाषा शामिल हैं।
इन सवालों के जवाब मिलने से उद्योग को अपने संबंधित क्षेत्रों के लाभों को आसानी से समझने में मदद मिलेगी।
इस समझौते से कुल मिलाकर भारत को अपने 97 प्रतिशत से अधिक उत्पादों पर यूएई द्वारा दी जाने वाली तरजीही बाजार पहुंच से लाभ होगा। इससे रत्न एवं आभूषण, वस्त्र, चमड़े, जूते-चप्पल, खेल के सामान, प्लास्टिक, फर्नीचर, कृषि और लकड़ी के उत्पाद, इंजीनियरिंग उत्पाद, दवा, चिकित्सा उपकरण और ऑटोमोबाइल जैसे श्रम प्रधान क्षेत्रों को फायदा मिलेगा।
सीईपीए से पांच वर्षों के भीतर भारत और यूएई के बीच वस्तुओं का द्विपक्षीय व्यापार 100 अरब डॉलर और सेवाओं का व्यापार 15 अरब डॉलर तक बढ़ने की उम्मीद है।
भाषा पाण्डेय प्रेम
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