कोलंबो, तीन मई (भाषा) भारत ने कर्ज में डूबे श्रीलंका के लिये ऋण, कर्ज सुविधा और द्विपक्षीय मुद्रा अदला-बदली व्यवस्था के तहत तीन अरब डॉलर से अधिक की सहायता उपलब्ध करायी है। भारतीय उच्चायोग ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
भारत ने श्रीलंका के तेजी से घटे ईंधन भंडार को भरने के लिये सोमवार को 20 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त ऋण सुविधा दी है।
श्रीलंका में मौजूदा संकट का एक बड़ा कारण विदेशी मुद्रा की कमी है। इसका मतलब है कि देश जरूरी सामान के आयात के लिये भुगतान करने की स्थिति में नहीं है। इससे प्रमुख जिंसों की कमी होने के साथ दाम भी बढ़ रहे हैं।
भारतीय उच्चायोग ने एक बयान में कहा, ‘‘खाद्यान्न, दवाएं और अन्य जरूरी सामान खरीदने को लेकर एक अरब डॉलर की कर्ज सुविधा पहले से जारी है।’’ भारत ने 16,000 टन चावल की आपूर्ति की है। उसका वितरण किया जा रहा है।
बयान के अनुसार चावल, औषधि और औद्योगिक कच्चे माल की अतिरिक्त खेप कर्ज सुविधा के अंतर्गत है।
इसमें कहा गया है, ‘‘डीजल, पेट्रोल और विमान ईंधन जैसे पेट्रोलियम उत्पादों के लिये 50 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त कर्ज सुविधा से देश को विभिन्न ईंधन प्राप्त करने में मदद मिली है…।’’
उच्चायोग के बयान के अनुसार, कुल मिलाकर श्रीलंका को 2022 में तीन अरब डॉलर की सहायता दी जा चुकी है। इसमें एक अरब डॉलर की कर्ज सुविधा जरूरी सामान खरीदने को लेकर, 50 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा पेट्रोलियम उत्पाद खरीदने तथा 40 करोड़ डॉलर की द्विपक्षीय मुद्रा अदला-बदली सुविधा शामिल है।
भाषा
रमण अजय
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