नयी दिल्ली, 21 अप्रैल (भाषा) भारत की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता 2021-22 में 13.5 गीगावॉट बढ़ गई जो 2020-21 के मुकाबले 128 प्रतिशत अधिक है।
परामर्श कंपनी ‘ब्रिज टू इंडिया’ ने एक बयान में कहा कि 2021-22 में भारत की यूटीलिटी स्केल (10 मेगावॉट से अधिक) सौर क्षमता 10.21 गीगावॉट और बढ़ गई, पवन ऊर्जा क्षमता 1.11 गीगावॉट बढ़ी और छतों पर लगाए जाने वाले सौर ऊर्जा पैनलों (रूफटॉप सोलर कैपेसिटी) के जरिये क्षमता 2.22 गीगावॉट बढ़ी।
बीते एक साल में कुल जितनी क्षमता बढ़ी उसमें से 61 फीसदी राजस्थान (5,806 मेगावॉट) और गुजरात (2,469 मेगावॉट) ने जोड़ी।
लघु पनबिजली और बायोमास को छोड़कर नवीकरणीय क्षेत्र की कुल क्षमता 96,223 मेगावॉट पर पहुंच गई। ऊर्जा उत्पादन में नवीकरणीय ऊर्जा की कुल हिस्सेदारी 2020-21 के 10 प्रतिशत से बढ़कर 2021-22 में 12.82 फीसदी हो गई।
ब्रिज टू इंडिया के प्रबंध निदेशक विनय रस्तोगी ने कहा, ‘‘नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र ने विविध प्रकार की चुनौतियों के बावजूद गजब का जुझारूपन दिखाया।’’
भाषा
मानसी अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.