मुंबई, 27 अप्रैल (भाषा) अमेरिकी मुद्रा का प्रवाह बढ़ने की उम्मीद के बीच बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया शुरुआती नुकसान से उबरने के बाद 76.57 प्रति डॉलर पर लगभग स्थिर रहा।
कारोबारियों ने बताया कि घरेलू शेयर बाजार में गिरावट और विदेशी बाजारों में अमेरिका मुद्रा में मजबूती से घरेलू मुद्रा पर दबाव बना रहा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया गिरावट के साथ 76.69 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान रुपया 76.50 के उच्चतम स्तर तक गया और अंत में एक पैसे की गिरावट लेकर पिछले बंद भाव 76.56 की तुलना में 76.57 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘‘आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) और कंपनियों की डॉलर बिकवाली बढ़ने की उम्मीद से रुपया शुरुआती गिरावट से उबर गया और मामूली एक पैसे की बढ़त के साथ बंद हुआ।’’
परमार ने कहा, ‘‘अधिकांश एशियाई मुद्राएं अमेरिकी डॉलर के मुकाबले नीचे थीं, जबकि चीन की मुद्रा युआन में मजबूती ने स्थानीय मुद्रा को समर्थन दिया।’’
इसके अलावा वैश्विक स्तर पर मुद्रास्फीति जोखिम की चिंता और कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि का भी घरेलू मुद्रा पर असर पड़ा।
इस बीच, छह मुद्राओं की तुलना में डॉलर का आकलन करने वाला डॉलर सूचकांक 0.27 की बढ़त लेकर 102.58 पर कारोबार कर रहा था।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 537.22 अंक की गिरावट के साथ 56,819.39 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 162.40 अंक फिसलकर 17,038.40 अंक पर रहा।
वैश्विक मानक ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 0.62 प्रतिशत की मजबूती के साथ 105.64 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
भाषा जतिन अजय
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