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Tuesday, 19 November, 2024
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एसबीआई का चौथी तिमाही का लाभ 41 फीसदी बढ़कर 9,114 करोड़ रुपये पर

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नयी दिल्ली, 13 मई (भाषा) फंसे कर्ज में कमी आने से भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का मार्च 2022 में खत्म चौथी तिमाही में एकल शुद्ध लाभ 41 फीसदी बढ़कर 9,114 करोड़ रुपये हो गया।

एसबीआई ने शेयर बाजारों को बताया कि 2020-21 की जनवरी से मार्च की तिमाही में बैंक को 6,451 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था। उसने बताया कि मार्च तिमाही में बैंक की कुल आय मामूली रूप से बढ़कर 82,613 करोड़ रुपये हो गई जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 81,327 करोड़ रुपये थी।

समीक्षाधीन तिमाही में ब्याज से प्राप्त शुद्ध आय 15 फीसदी बढ़कर 31,198 करोड़ रुपये हो गई जो एक साल पहले समान अवधि में 27,067 करोड़ रुपये थी।

समेकित रूप से बैंक का शुद्ध लाभ 56 फीसदी की वृद्धि के साथ 9,549 करोड़ रुपये रहा जो पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 6,126 करोड़ रुपये था।

एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा, ‘‘बैंक ने व्यवसाय, लाभप्रदता और परिसंपत्ति गुणवत्ता मानकों में काफी अच्छे परिणाम दिए हैं। हमने अपनी बैलेंस शीट को भविष्य के किसी भी झटके से बचाने के लिए पर्याप्त आकस्मिक प्रावधान भी किए हैं।’’

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं काफी आशावादी हूं और आगे भी अपने प्रदर्शन में सुधार को लेकर आश्वस्त हूं।’’

खारा ने कहा कि बैंक ने उन खातों के लिए पर्याप्त प्रावधान किए हैं, जहां किसी भी तरह का तनाव दिख रहा है।

परिसंपत्ति गुणवत्ता के मामले में 31 मार्च 2022 तक बैंक की सकल गैर-निष्पादित संपत्तियां (एनपीए) कम होकर सकल अग्रिम का 3.97 फीसदी रह गईं। पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 4.98 फीसदी थीं।

मार्च 2022 में सकल एनपीए घटकर 1,12,023 करोड़ रुपये हो गया जो पिछले वर्ष समान अवधि में 1,26,389 करोड़ रुपये था। शुद्ध एनपीए या फंसा कर्ज कम होकर 1.02 फीसदी रह गया जो पिछले वर्ष 1.50 फीसदी था।

फंसा कर्ज घटकर 3,262 करोड़ रुपये हो गया जो 2020-21 में 9,914 करोड़ रुपये था।

पूरे वित्त वर्ष 2021-22 में बैंक का एकल लाभ 55 फीसदी बढ़कर 31,676 करोड़ रुपये हो गया जो पिछले वर्ष 20,410 करोड़ रुपये था।

बैंक के निदेशक मंडल ने 31 मार्च 2022 को समाप्त हुए वित्त वर्ष के लिए 7.10 रुपये प्रति शेयर का लाभांश देने की सिफारिश की है।

भाषा मानसी पाण्डेय

पाण्डेय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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