नयी दिल्ली, 26 अप्रैल (भाषा) सरकार ने देश की आईपीआर (बौद्धिक संपदा अधिकार) व्यवस्था को अधिक मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसमें ट्रेडमार्क और पेटेंट के लिए फॉर्मों की संख्या को कम करना शामिल है।
उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव अनुराग जैन ने मंगलवार को यह बात कही। उन्होंने कहा कि नवाचार और ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए भी कई कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने यहां एक सम्मेलन में कहा, ‘‘हमारे पास तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। अपने देश में हर दिन 80 स्टार्टअप पंजीकृत हो रहे हैं, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है।’’
उन्होंने कहा कि ट्रेड मार्क में पहले 74 फॉर्म हुआ करते थे, लेकिन अब वे आठ हो गए हैं और इसी तरह पेटेंट के लिए अब सिर्फ एक फॉर्म है।
उन्होंने कहा कि आईपीआर के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए युवाओं के मन में बौद्धिक संपदा की बात डालने की जरूरत है।
जैन ने कहा कि आईपी को एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। कॉलेज तथा विश्वविद्यालय स्तर पर आईपीआर को बढ़ावा दिया जा रहा है।
भाषा पाण्डेय
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