नयी दिल्ली, 20 जनवरी (भाषा) वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज को कर्ज देने वाले ऋणदाताओं के समूह ने कर्ज में डूबे समूह के लिये फिर से रुचि पत्र मांगे हैं। अपीलीय न्यायाधिकरण के वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल प्रवर्तित ट्विन स्टार टेक्नोलॉजीज की 2,692 करोड़ रुपये की बोली इस महीने खारिज किये जाने के बाद समूह ने यह कदम उठाया है।
कर्ज में फंसी कंपनी ने कहा कि राष्ट्रीय कपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) के आदेश के बाद वीडियोकॉन और समूह की अन्य 12 कंपनियों के सभी ऋणदाताओं की समिति (सीओसी) ने समाधान योजना को लेकर फिर से रुचि पत्र आमंत्रित करने का निर्णय किया है।
वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज ने बुधवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, ‘‘रुचि पत्र जमा करने की अंतिम तिथि दो फरवरी, 2022 है।’’
इसी महीने, अपीलीय न्यायाधिकरण ने राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की मुंबई पीठ के ट्विन स्टार की 2,692 करोड़ रुपये की बोली को स्वीकृति देने के आदेश को खारिज कर दिया। कंपनी के ऊपर कुल दावा 64,637.6 करोड़ रुपये का था जबकि केवल 2,692 करोड़ रुपये की बोली को स्वीकार कर लिया गया। यानी दावा राशि में 95 प्रतिशत की कटौती कर दी गयी।
अपीलीय न्यायाधिकरण का आदेश तीन असंतुष्ट कर्जदाताओं… बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम), सिडबी और आईएफसीआई लिमिटेड की याचिका पर आया। तीनों ने एनसीएलटी की मुंबई पीठ के नौ जून, 2021 के आदेश को चुनौती दी थी।
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रमण अजय
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