अहमदाबाद, 18 सितंबर (भाषा) गुजरात में अपना सेमीकंडक्टर संयंत्र लगाने की घोषणा करने वाले वेदांता और फॉक्सकॉन के गठजोड़ ने संयंत्र की संभावित जगहों के मूल्यांकन के लिए विशेषज्ञों को नियुक्त किया है।
गुजरात के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव विजय नेहरा ने यह जानकारी देते हुए कहा कि अगले दो सप्ताह में इस प्रस्तावित संयंत्र की जगह को अंतिम रूप दिया जा सकता है।
नेहरा ने कहा कि अब तक इस संयुक्त उद्यम कंपनी ने संयंत्र की जगह को अंतिम रूप से तय नहीं किया है। दरअसल राज्य में सेमीकंडक्टर और एक डिस्प्ले फैब्रिकेशन इकाई स्थापित करने के लिए तकनीकी पहलुओं, वाणिज्यिक व्यवहार्यता और संपर्क सुविधा के आधार पर गुजरात में विभिन्न स्थानों का मूल्यांकन किया जा रहा है।
भारत में अब तक के सबसे बड़े कॉरपोरेट निवेश के तहत वेदांता और फॉक्सकॉन के संयुक्त उद्यम ने गुजरात सरकार के साथ 14 सितंबर को समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे। इसके तहत संयंत्र की स्थापना पर करीब 1,54,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
राज्य सरकार की ओर से एमओयू पर हस्ताक्षर करने वाले नेहरा ने कहा, ”वेदांता और फॉक्सकॉन ने क्षेत्र के विशेषज्ञों को नियुक्त किया है, जो संयंत्र के लिए संभावित जगहों का मूल्यांकन कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने दिसंबर 2021 में जब ‘इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन’ की घोषणा की थी तभी से उन्होंने यहां संभावनाएं तलाशनी शुरू कर दी थीं। भारत में विभिन्न राज्यों के बीच गुजरात को संयंत्र के लिए चुना गया है।”
नेहरा ने कहा कि प्रवर्तक अब विभिन्न तकनीकी पहलुओं, वाणिज्यिक व्यवहार्यता, संपर्क और उपयोगिता की दृष्टि से गुजरात में स्थानों का मूल्यांकन कर रहे हैं। अगले दो हफ्तों में स्थान को अंतिम रूप दिया जा सकता है।
उन्होंने कहा, ”स्थान का चयन करते समय कई छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखने की जरूरत है। मसलन, आसपास रेलमार्ग होने पर ट्रेनों की आवाजाही से कंपन होने पर उत्पादन प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। इस संयंत्र के पास किसी भी तरह का कंपन नहीं होना चाहिए। इसके अलावा साल में एक सेकंड के लिए भी बिजली कटौती होने पर करोड़ों रुपये का नुकसान हो सकता है।”
गुजरात सरकार द्वारा इस साल जुलाई में घोषित ‘गुजरात सेमीकंडक्टर नीति 2022-27’ के तहत वेदातां-फॉक्सकॉन परियोजना को भारी सब्सिडी और प्रोत्साहन मिलने की संभावना है। इसमें भूमि खरीद पर शून्य स्टांप शुल्क और पानी तथा बिजली पर सब्सिडी भी शामिल है।
भाषा पाण्डेय प्रेम
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