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उत्तर प्रदेश का 2025-26 का बजट ‘वंचित को वरीयता’ की मूल्य भावना पर आधारित : आदित्यनाथ

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(तस्वीर के साथ)

लखनऊ, 20 फरवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने बृहस्पतिवार को वित्त वर्ष 2025-26 के बजट की सराहना करते हुए कहा कि यह बजट सनातन संस्कृति की ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ की अवधारणा के अनुरूप गरीब, अन्नदाता किसान, युवा और महिला उत्थान को समर्पित है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस बार का बजट ‘वंचित को वरीयता’ की मूल भावना पर आधारित है।

उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बृहस्पतिवार को राज्य विधानसभा में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 8,08,736 करोड़ रुपये का बजट पेश किया।

बाद में विधान भवन के तिलक हाल में संवाददाताओं से बातचीत में आदित्यनाथ ने बजट की सराहना की। उन्होंने कहा कि 2025-26 का यह बजट सनातन संस्कृति की ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ की अवधारणा के अनुरूप गरीब, अन्नदाता किसान, युवा और महिला उत्थान को समर्पित है।

आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण को साकार करते हुए ‘वंचित को वरीयता इस बजट का केंद्रीय भाव है।’

उन्होंने कहा कि 2025 का बहुत महत्व है, जो भारतीय संविधान के कार्यान्वयन और जनवरी, 1950 में उत्तर प्रदेश की स्थापना के अमृत महोत्सव दोनों को चिह्नित करता है।

उन्होंने कहा, ‘‘शानदार 75 साल की यात्रा के साथ, यह एक महत्वपूर्ण बजट है जो राज्य के भविष्य की रूपरेखा तैयार करता है और अगले 25 वर्षों की योजनाओं का आधार तैयार करता है।’’

मुख्यमंत्री ने भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. बी.आर. आंबेडकर को भी श्रद्धांजलि दी और उनके सम्मान में सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला।

उन्होंने कहा, ‘‘इस अवसर पर मैं बाबा साहब भीमराव आंबेडकर को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनके नाम पर हमारी डबल इंजन सरकार लखनऊ में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर स्मारक और सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना कर रही है। यह केंद्र बहुत शीघ्र बाबा साहब के विचारों का केंद्र बनकर संविधान की मूल भावना के अनुरूप वंचितों को वरीयता देने के क्रम को आगे बढ़ाएगा।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि नव स्थापित केंद्र डॉ. आंबेडकर के विचारों को आगे बढ़ाने और उत्तर प्रदेश में संवैधानिक भावना को लागू करने के लिए एक मंच बनाने का महत्वपूर्ण संस्‍थान होगा। 2017-18 से लेकर अबतक के बजट की ‘थीम’ पर आदित्यनाथ ने बताया कि सरकार ने 2017-18 से अब तक हर वर्ष अलग-अलग वर्गों को समर्पित बजट प्रस्तुत किया है।

उन्होंने बताया कि 2017-18 का बजट अन्नदाता किसानों को समर्पित था, जबकि 2018-19 का बजट उप्र को बीमारू राज्य से उबारने के लिए बुनियादी ढांचे और औद्योगिक विकास को समर्पित था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार 2019-20 का बजट महिला सशक्तीकरण को, 2020-21 का बजट युवाओं और रोजगार सृजन को, 2021-22 का बजट स्वावलंबन से सशक्तीकरण, 2022-23 का बजट अंत्योदय से आत्मनिर्भरता को, 2023-24 का बजट त्वरित और समावेशी विकास को, जबकि 2024-25 का बजट रामराज्य और पर्यटन को समर्पित किया गया था। इसी प्रकार 2025-26 का बजट ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ की अवधारणा के तहत ‘वंचित को वरीयता’ की मूल भावना पर आधारित है।

आदित्यनाथ ने बताया कि वर्ष 2024-25 के बजट के सापेक्ष 2025-26 के बजट में 9.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बजट के आकार में यह बढ़ोतरी राज्य के सामर्थ्य के अनुरूप है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2017-18 में प्रदेश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 12.89 लाख करोड़ रुपये था, जिसके 2024-25 में बढ़कर 27.51 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है।

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यह डबल इंजन वाली सरकार फाइव-टी मंत्र- ट्रेड, टूरिज्‍म, टेक्‍नोलॉजी, ट्रेडिशन और टैलेंट (व्यापार, पर्यटन, प्रौद्योगिकी, परंपरा और प्रतिभा) के साथ उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ा रही है। यह मंत्र मानकर नया उत्तर प्रदेश आज श्रम शक्ति से अर्थ शक्ति के रूप में पहचाना जा रहा है। प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप 2025-26 का बजट समयबद्ध कार्यक्रम पेश करता है।

उन्होंने कहा कि 1,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य योजना के अनुसार आगे बढ़ रहे हैं और मुझे विश्वास है कि वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना द्वारा तैयार किया गया बजट इन लक्ष्यों को समय पर सफलतापूर्वक पूरा करेगा।

आदित्यनाथ ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हमने मेधावी छात्राओं को स्कूटी प्रदान करने के लिए एक योजना शुरू करने का फैसला किया है। इस सरकारी योजना का नाम महारानी लक्ष्मी बाई के नाम पर रखा गया है।’’ इस योजना के लिए बजट में 400 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि समाज कल्याण, जिसमें सामान्य वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, दिव्यांगजन सशक्तिकरण, महिला एवं बाल कल्याण के लिये 35,863 करोड़ रुपये से अधिक की व्यवस्था है यह कुल बजट का चार प्रतिशत है।

उन्होंने निर्धन व्यक्तियों की पुत्रियों के विवाह के लिये कुल 900 करोड़ रुपये की व्यवस्था, सामाजिक पेंशन के लिये कुल 13,648 करोड़ रुपये से अधिक के प्रावधान की जानकारी दी।

आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार का यह नौवां बजट है।

भाषा आनन्द नोमान अजय

अजय अनुराग

अनुराग

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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