लखनऊ, 10 अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के हस्तशिल्प उत्पादों को राष्ट्रीय पटल पर लाने के लिए ई-कॉमर्स कंपनी फ़्लिपकार्ट के साथ समझौता (एमओयू) किया है।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बुधवार को बताया सरकार ने प्रदेश के हस्तशिल्प उत्पादों को राष्ट्रीय पटल पर लाने के लिए सात अगस्त को ई-कॉमर्स मंच फ़्लिपकार्ट के साथ एमओयू पर दस्तखत किये हैं।
उन्होंने बताया कि फ़्लिपकार्ट पर 40 करोड़ ग्राहक मौजूद हैं। ऐसे में राज्य सरकार का मकसद फ्लिपकार्ट के जरिये प्रदेश के हस्तशिल्प उत्पादों को नई ऊंचाई देना है।
प्रवक्ता ने बताया कि फ्लिपकार्ट पर हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों के साथ देश के दिव्यांगजनों द्वारा बनाये गये उत्पाद भी शामिल होंगे। सरकार की पहल पर फ्लिपकार्ट शिल्पकारों को इसके लिए प्रशिक्षण भी दे रही है। इसके साथ ही फ्लिपकार्ट अगले छह माह तक इन शिल्पियों से उत्पादों की बिक्री पर कोई कमीशन नहीं लेगी।
उन्होंने बताया कि सरकार हस्तशिल्पियों और बुनकरों को सुविधाएं देने और उनको कर्ज दिलाने के साथ उत्पादों को देश के बाजारों तक पहुंचा रही है। राज्य सरकार बुनकरों को कर्ज पर सब्सिडी देने के लिए शिविर भी लगा रही है। सरकार कर्ज पर नियमानुसार 20 प्रतिशत तक और ब्याज पर सात प्रतिशत तक की सब्सिडी उपलब्ध करा रही है। सरकार की इस पहल से बुनकर साहूकारों के चंगुल से मुक्त हो गए हैं।
भाषा सलीम
रंजन अजय
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