नयी दिल्ली, 25 नवंबर (भाषा) असंगठित गैर-कृषि क्षेत्र में जुलाई-सितंबर तिमाही में रोजगार मामूली रूप से बढ़कर 12,85,95,600 करोड़ पर पहुंच गया जो अप्रैल–जून तिमाही के 12,85,72,500 करोड़ रोजगार से थोड़ा अधिक है। मंगलवार को एक सरकारी सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने एक आधिकारिक बयान में जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए असंगठित गैर-कृषि रोजगार के ये अनुमान जारी किए।
हालांकि, यह स्तर अभी भी जनवरी–मार्च 2025 के 13.13 करोड़ रोजगार के मुकाबले कम है जिससे पता चलता है कि यह क्षेत्र अभी पूरी तरह पुरानी स्थितियों पर नहीं लौट पाया है।
एनएसओ की तिमाही रिपोर्ट के मुताबिक, असंगठित गैर-कृषि क्षेत्र में इंटरनेट का उपयोग निरंतर बढ़ रहा है और अप्रैल–जून के 36 प्रतिशत की तुलना में जुलाई–सितंबर 2025 में ऐसे उद्यमों का हिस्सा 39 प्रतिशत तक पहुंच गया।
यह सर्वेक्षण विनिर्माण, व्यापार और अन्य सेवाओं से जुड़े गैर-पंजीकृत प्रतिष्ठानों को शामिल करता है।
रिपोर्ट कहती है कि पिछली तिमाही में असंगठित विनिर्माण क्षेत्र में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया गया, जहां प्रतिष्ठानों की हिस्सेदारी 26 प्रतिशत से बढ़कर 27 प्रतिशत और रोजगार की हिस्सेदारी 26 प्रतिशत से बढ़कर 28 प्रतिशत हो गई।
कुल असंगठित प्रतिष्ठानों की संख्या भी 7.94 करोड़ से बढ़कर 7.97 करोड़ हो गई, जो तिमाही आधार पर मामूली रूप से अधिक है। महिलाओं की भागीदारी इस दौरान मजबूत बनी रही और वे कुल रोजगार का 28.70 प्रतिशत हिस्सा रहीं।
रिपोर्ट में कहा गया कि असंगठित क्षेत्र के प्रतिष्ठानों में से 13.41 प्रतिशत उद्यम ऐसे थे जिन्होंने भुगतान वाले कर्मचारियों को रखा, जो पिछले तिमाही से थोड़ा अधिक है। वहीं, कामकाजी मालिक अब भी सबसे बड़ा वर्ग बने हुए हैं और वे कुल रोजगार का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा रखते हैं। भुगतान वाले कामगारों का हिस्सा भी 24.38 प्रतिशत से बढ़कर 25.91 प्रतिशत हो गया।
शहरी क्षेत्रों में रोजगार में अपेक्षाकृत तेजी दर्ज की गई और शहरी कार्यबल 6.61 करोड़ से बढ़कर 6.91 करोड़ पहुंच गया, जो बेहतर श्रम भागीदारी और आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि का संकेत देता है।
विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार और इकाइयों की वृद्धि की एक वजह यह बताई गई कि कई असंगठित विनिर्माण इकाइयां आकस्मिक (कैजुअल) और प्रवासी श्रमिकों पर निर्भर होती हैं। ये श्रमिक पहले कृषि कार्यों के लिए लौटते हैं और फिर औद्योगिक गतिविधि बढ़ने पर वापस लौट आते हैं।
एनएसओ ने कहा कि तिमाही अनुमानों को अधिक विश्वसनीय बनाने के लिए सर्वेक्षण के नमूने का आकार पहले की तुलना में 1.5 गुना बढ़ाया गया है, जिससे आंकड़ों की गुणवत्ता और सटीकता सुनिश्चित हो सके।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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