नयी दिल्ली, छह जुलाई (भाषा) पारेषण और वितरण क्षेत्र की ईपीसी कंपनी ट्रांसरेल लाइटिंग को इस साल सार्वजनिक क्षेत्र की पारेषण क्षेत्र की दिग्गज पावर ग्रिड कॉरपोरेशन के ठेकों में आठ-10 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल करने की उम्मीद है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी।
बिजली मंत्रालय के तहत पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पावरग्रिड) देश की सबसे बड़ी बिजली पारेषण कंपनी है। इसने चालू वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 28,000 करोड़ रुपये, 2026-27 के लिए 35,000 करोड़ रुपये और 2027-28 के लिए 45,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय की घोषणा की है।
ट्रांसरेल लाइटिंग के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रणदीप नारंग ने कहा, ‘‘हमारी मौजूदा बाजार हिस्सेदारी करीब आठ से 10 प्रतिशत है। हम इस साल पावर ग्रिड के साथ यही हासिल करना चाहते हैं, जो एक अच्छी संख्या है और जो हमें भारत में क्रियान्वयन के लिए एक अच्छा आधार प्रदान करती है।’’
कंपनी के ऑर्डर के बारे में उन्होंने कहा कि ट्रांसरेल ने वित्त वर्ष 2024-25 में 9,680 करोड़ रुपये के ऑर्डर हासिल किए, जो सालाना आधार पर 120 प्रतिशत की वृद्धि है।
चालू वित्त वर्ष में अपेक्षित वृद्धि के बारे में पूछे जाने पर, नारंग ने कहा कि वर्ष की शुरुआत में एक मजबूत ऑर्डरबुक और वित्त वर्ष 2025-26 में पहले से ही बुक किए गए ऑर्डर के साथ हमारे पास 24-30 महीनों के लिए स्पष्ट राजस्व दृश्यता है।’’
उन्होंने कहा कि कंपनी पिछले चार वर्षों में 22.59 प्रतिशत की सालाना दर से बढ़ी है और इस वर्ष भी इसी सीमा में वृद्धि जारी रखने का इरादा है। नारंग ने कहा कि ट्रांसरेल सिविल, रेलवे, पोल और लाइटिंग के साथ-साथ ट्रांसमिशन और वितरण (टीएंडडी) खंड में एक ईपीसी कंपनी है, जिसकी 59 देशों में मौजूदगी है। भारत में इसका आधा कारोबार होता है, जबकि शेष दूसरे देशों से आता है।
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