मुंबई, सात जुलाई (भाषा) रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने बृहस्पतिवार को कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में सूचना प्रौद्योगिकी सेवा क्षेत्र में राजस्व वृद्धि तेज गिरावट के साथ 12-13 फीसदी ही रहने का अनुमान है जो 2021-22 में 19 फीसदी थी।
हालांकि रेटिंग एजेंसी ने यह अनुमान भी जताया है कि मौजूदा समय में रुपये के अवमूल्यन, कृत्रिम मेधा, क्लाउड कंप्यूटिंग और इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी नए दौर की प्रौद्योगिकियों की मजबूत मांग के बूते 220 अरब डॉलर का यह क्षेत्र अपनी वृद्धि को दहाई अंकों में बनाए रखने में सफल रहेगा।
क्रिसिल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका और यूरोपीय संघ में मुद्रास्फीति के दबाव के बीच कॉरपोरेट कंपनियां आईटी पर किए जाने वाले खर्च में कटौती कर सकती हैं। ऐसा होने पर राजस्व वृद्धि में गिरावट आने के आसार हैं।
रिपोर्ट में कहा गया कि बढ़ती कर्मचारी लागत और यात्रा खर्चों के बढ़ने के कारण लाभ मार्जिन 24 फीसदी से गिरकर 22-23 फीसदी रहेगा हालांकि परिचालन लाभ अच्छा रहने का अनुमान है।
क्रिसिल के निदेशक आदित्य झावर ने कहा कि नए दौर के डिजिटल व्यवसाय क्षेत्र का राजस्व योगदान 50 फीसदी के स्तर को पार कर जाएगा। बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा क्षेत्र में राजस्व वृद्धि 15-17 फीसदी रहेगी जो अच्छी मानी जाती है, पिछले वर्ष यह 18 फीसदी थी।
खुदरा, विनिर्माण और दूरसंचार क्षेत्र वाली कंपनियों की राजस्व वृद्धि 15-17 फीसदी से घटकर 11-13 फीसदी रह जाएगी।
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मानसी प्रेम
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