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मंगलवार, 20 मई, 2025
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यूको बैंक के पूर्व सीएमडी की गिरफ्तारी से जेल जाने वाले बैंक प्रमुखों की सूची में एक और नाम जुड़ा

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नयी दिल्ली, 20 मई (भाषा) यूको बैंक के पूर्व चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) सुबोध कुमार गोयल की कथित कर्ज धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तारी के साथ जेले भेजे गए बैंक प्रमुखों की सूची में एक और नाम जुड़ गया है।

प्रवर्तन निदेशालय ने कोलकाता स्थित कॉनकास्ट स्टील एंड पावर लि. (सीएसपीएल) और अन्य से जुड़े 6,200 करोड़ रुपये से अधिक के कथित बैंक कर्ज धोखाधड़ी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गोयल को 16 मई को यहां उनके आवास से गिरफ्तार किया था।

आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को भारतीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने वीडियोकॉन समूह को दिये गये कर्ज में कथित अनियमितताओं को लेकर 23 दिसंबर, 2022 को गिरफ्तार किया था।

बाद में बंबई उच्च न्यायालय ने गिरफ्तारी को अवैध करार दिया। अदालत ने जनवरी, 2023 में एक अन्य पीठ के पारित अंतरिम आदेश की पुष्टि की, जिसमें उन्हें जमानत दी गई थी। सीबीआई ने इस आदेश को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी है।

यस बैंक के पूर्व प्रबंध निदेशक और सीईओ राणा कपूर को 2020 में प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था।

सीबीआई ने कपूर के खिलाफ कई मामलों की जांच की, जिसमें डीएचएफएल ऋण घोटाला, अवंता समूह और ईजीगो वन ट्रैवल्स एंड टूर्स लि. (ईओटीटीएल) शामिल हैं। कपूर चार साल की कैद के बाद जेल से बाहर आये। एक विशेष अदालत ने उन्हें जमानत दी।

इसी तरह, आईडीबीआई के पूर्व चेयरमैन और प्रबंध निदेशक योगेश अग्रवाल और उप-प्रबंध निदेशक बीके बत्रा, किंगफिशर एयरलाइंस को ऋण देने में कथित अनियमितताओं की जांच के दौरान 2017 में सीबीआई की जांच के घेरे में आये थे। बंबई उच्च न्यायालय ने दो महीने बाद दोनों को जमानत दे दी।

सीबीआई ने 2014 में सिंडिकेट बैंक के चेयरमैन सह प्रबंध निदेशक एस के जैन और पांच अन्य को नियमों की अनदेखी कर कुछ कंपनियों की ऋण सीमा बढ़ाने के लिए कथित तौर पर 50 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था।

सीबीआई ने कोयला घोटाले में शामिल दो कंपनियों की ऋण सीमा बढ़ाने के लिए नियमों और विनियमों को दरकिनार करने और 50 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में उनके खिलाफ दो मामले दर्ज किये थे।

भाषा रमण अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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